नई दिल्लीः मध्य प्रदेश के गुना जिले में पांच हजार रुपए के लिए जिंदा जलाए गए आदिवासी के परिजनों से मिलने सोमवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पहुंचे. उन्होंने मृतक के बच्चों को गोद मं लेकर मदद का भरोसा दिया. उन्होंने कहा कि पीड़ित परिवार को पूरा संरक्षण दिया जाएगा. सीएम शिवराज सिंह ने कहा कि ‘अब कोई साहूकार अनुसूचित जाति के गरीबों से कर्ज वसूल नहीं कर पाएगा. अगर कोई ऐसा करेगा तो उसे 3 साल की सजा दी जाएगी. मैं सभी से आग्रह करता हूं कि जहां भी कर्ज वसूली की घटना हो तो हमें सूचित करें. हम यथोचित कार्रवाई करेंगे. हम इस परिवार के साथ हैं और अपराधी को कड़ी दी जाएगी.’


मृतक की पत्नी को दी जाएगी सरकारी नौकरीः सीएम


परिजनों से मुलाकात करने के बाद सीएम ने कहा कि पीड़ित परिवार को पूरा संरक्षण दिया जाएगा. विजय की पत्नी को सरकारी नौकरी दी जाएगी. 8 लाख 25 हज़ार की राशि जो अधिनियम के तहत मिलेगी, उसमें से आधी दी गई है और आधी दी जाएगी. संबल योजना के अंतर्गत 4 लाख रुपए और दिया जाएगा.


क्या है मामला?


मध्य प्रदेश के गुना जिल में आदिवासी विजय सहरिया को बीते शुक्रवार रात को एक आरोपी ने कथित तौर पर मिट्टी का तेल छिड़ककर जला दिया था. शनिवार को उपचार के दौरान गुना के जिला अस्पताल में उसकी मौत हो गई. पुलिस ने आरोपी की पहचान कर उसे गिरफ्तार कर लिया है.