नई दिल्ली: मध्य प्रदेश कांग्रेस के सेवालदल की पत्रिका जारी होने के बाद विवादों में आ गया है. इस पत्रिका में सवारकर और गोडसे के रिश्तों पर एक लेख लिखा गया है जिसके बाद विवाद खड़ा हो गया है. दरअसल कांग्रेस के बुकलेट में दावा किया गया है कि सावरकर और गोडसे के बीच शारीरिक संबंध थे.


दरअसल मध्‍य प्रदेश की राजधानी भोपाल में आयोजित कांग्रेस के सेवा दल प्रशिक्षण शिविर में विनायक दामोदर सावरकर और नाथूराम गोडसे से संबंधित विवादित साहित्य बांटा गया. जो बुकलेट बांटा गया उसका नाम था 'वीर सावरकर कितने वीर'. इसमें कांग्रेस ने सावरकर की जिंदगी से जुड़ी तमाम घटनाओं का जिक्र किया था. इसमें इस बात का जिक्र है कि वीर सावरकर ब्रह्मचर्य ग्रहण करने से पहले नाथूराम गोडसे से होमोसेक्‍सुअल संबंध थे. इसके अलावा भी कई ऐसी बात है जिसको लेकर बीजेपी ने घोर आपत्ति जताई है.


बीजेपी का हमला और कांग्रेस की सफाई


भारतीय जनता पार्टी ने इस विवादित बुकलेट को लेकर कांग्रेस और शिवसेना पर निशाना साधा है. भारतीय जनता पार्टी के आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने कहा,'' कांग्रेस और उसके सहयोगी लगातार वीर सावरकर का अपमान कर रहे हैं.'' उन्होंने कहा, '' यह कुछ और नहीं बल्कि कांग्रेस द्वारा उद्धव ठाकरे को अपमानित करने का एक तरीका है, जिनके पिता महान बाला साहेब ठाकरे वैचारिक मुद्दों पर कोई समझौता नहीं करते थे.''





इस पर कांग्रेस ने सफाई दी है. कांग्रेस नेता लालजी देसाई का कहना है कि बुकलेट में भी जो बातें कही गई हैं, लेखक ने सुबूतों के आधार पर लिखे हैं.'' बता दें कि केंद्र सरकार ने वीर सावरकर को भारत रत्न देने की बात कही है. शिवसेना पहले ही सावरकर के लिए भारत रत्न की मांग कर चुकी है. हालांकि कांग्रेस इसको लेकर हमलावर है.