मध्य प्रदेश कांग्रेस के एक नोटिस ने पार्टी में हंगामा खड़ा कर दिया है. कांग्रेस के सभी जिलाध्यक्षों से कहा गया है कि राम नवमी पर सुंदरकांड और हनुमान जयंती पर हनुमान चालीसा का पाठ किया जाए. इससे कांग्रेस में बवाल खड़ा हो गया है और पार्टी में विरोध के सुर उठने लगे हैं. 
भोपाल में कांग्रेस के विधायक आरिफ मसूद ने एतराज जताते हुए और इसे कांग्रेस की विचारधारा के खिलाफ माना है. प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने दो अप्रैल को ये पत्र जारी किया, जिसमें आनेवाले दिनों में राम नवमी और हनुमान जयंती के मौके पर धार्मिक आयोजन करने को कहा गया है. 


बताया गया कि हनुमान जयंती पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ छिंदवाड़ा में रहेंगे और पूरे प्रदेश में उनका संदेश प्रसारित किया जाएगा. ये कांग्रेस की सॉफ्ट हिंदुत्व नीति की ओर बढ़ने व हिंदुओं को खुश करने की पहल है. लेकिन ये आदेश भोपाल से कांग्रेस के विधायक आरिफ मसूद को पसंद नहीं आया और उन्होंने खुलकर इसका विरोध कर दिया. उनका कहना है इसमें बाबा साहेब की जयंती और रमज़ान के रोजा-इफ्तारी को भुला दिया गया.


मसूद ने कहा, कांग्रेस द्वारा अपने नेताओं को जारी किए गए इस परिपत्र पर मैंने सवाल उठाया है. यह एक राजनीतिक पार्टी के लिए अच्छी परंपरा नहीं है. एक राजनीतिक दल होने के नाते कांग्रेस को इस तरह का परिपत्र जारी नहीं करना चाहिए था. हम (कांग्रेस) सभी धर्मों को साथ लेकर चलते हैं. उन्होंने कहा, कांग्रेस में मेरे सहयोगी और अन्य परिचित रामनवमी को उत्साह के साथ मनाते हैं, लेकिन पार्टी को इस तरह का कोई परिपत्र जारी करने की आवश्यकता नहीं थी.


मध्य प्रदेश में कांग्रेस को अगले साल होने वाले विधानसभा का चुनाव लड़ना है और ऐसे में आरिफ का ये बयान पार्टी के लिए मुश्किलें खड़ी कर सकता है. कांग्रेस प्रदेश में मुश्किल में है. वह या तो फैसले ले नहीं रही है और जो ले रही है, उस पर विवाद हो रहा है. ये विवाद भी ऐसा ही है जिस पर कांग्रेस के लिए निपटाना मुश्किल होगा.


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