मध्य प्रदेश: खंडवा की अदालत में उस वक्त हलचल मच गई जब शादी करने आई लड़की के कोरोना पॉजिटिव होने का दावा किया गया. जिसके बाद शादी को स्थगित करना पड़ा. 19 वर्षीय लड़की अपनी पसंद के युवक से शादी करने कोर्ट आई थी.


शादी के दौरान अदालत में मचा हड़कंप


सोमवार को खंडवा अदालत में होनेवाले कोर्ट मैरिज को बीच में ही रोकना पड़ा. लड़की अपनी पसंद से शादी करने गई अदालत गई थी. इस बीच लड़की के पिता ने वकील के माध्यम से कोर्ट को उसके कोरोना पॉजिटिव होने के बारे में बताया. जिसके बाद शादी को बीच में ही रोककर लड़की को घर भेज दिया गया.


वीरेंद्र वर्मा नाम के वकील ने दावा किया, "लड़का-लड़की दोनों नाबालिग थे. किसी में भी कोरोना वायरस का लक्षण नहीं दिखाई दिया. जब मेरे पास दोनों आए तो बिल्कुल स्वस्थ नजर आ रहे थे. लेकिन उनके परिजन उनकी शादी के पक्ष में नहीं थे. इसलिए हो सकता है उन्होंने शादी को स्थगित कराने के लिए इस तरह की बात कही."


लड़की के कोरोना पॉजिटिव होने का दावा


वकील का कहना है कि उन्हें लड़की के पिता के दावे पर शक था. मगर दावे को साबित करने के लिए कोई विकल्प नहीं होने की वजह से लड़की को वापस घर भेज दिया गया. लड़की के कोरोना पॉजिटिव होने की जानकारी अन्य लोगों को पता चली तो वकील और कोर्ट के स्टाफ घर चले गए.


वर्मा ने कहा कि उन्होंने भी घर पहुंचकर नहाया और सुरक्षात्मक उपाय के तौर पर गर्म पानी पिया. हालांकि उसकी कोरोना वायरस की रिपोर्ट अभी तक नहीं आई है. स्वास्थ्य अधिकारियों के मुताबिक लड़की को प्रोटोकॉल के तहत 14 दिनों के लिए होम आइसोलेशन कर दिया गया है.


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