Madhya Pradesh Election 2023: मध्य प्रदेश में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के लगातार हो रहे दौरों ने साफ कर दिया है कि चुनाव आलाकमान अपने निगरानी में ही लड़ेगा. इंदौर की सभा में अमित शाह ने राज्य के नेताओं के सामने कहा कि मंच पर बैठे नेताओं से सरकार नहीं बनती, सरकार नीचे बैठे कार्यकर्ता ही बनाते हैं. माना जा रहा है कि प्रदेश संगठन और मुख्यमंत्री से शाह ने कहा कि कार्यकर्ताओं की नाराजगी दूर करें.


इंदौर का अमित शाह का दौरा कई मायनों में खास रहा. अमित शाह भगवान परशुराम की जन्मस्थली जानापाव गए. उन्होंने ब्राह्मणों के गुरु परशुराम की पूजा अर्चना की और इंदौर वापस आकर कनकेश्वरी मैदान पर हजारों कार्यकर्ताओं की सभा को संबोधित किया. अमित शाह ने साफ कहा कि मंच पर बैठे नेताओं के दम पर सरकार नहीं बनती सरकार कार्यकर्ता बनाते हैं इसलिए कार्यकर्ता प्राण प्रण से सरकार बनाने में जुट जाएं. 


अमित शाह के बयान के मायने
अमित शाह के लगातार हो रहे मध्य प्रदेश के दौरों ने कुछ बातें साफ कर दी हैं. पहले कि अब मध्य प्रदेश का विधानसभा चुनाव आलाकमान की निगरानी में लड़ा जाएगा. दूसरी यह कि शिवराज और प्रदेश संगठन के लोगों को सामंजस्य और समन्वय बनाने को कहा है. तीसरी कि सरकार से नाराज चल रहे पार्टी के पुराने नेताओं को मनाकर काम में लगाने को कहा है. यही वजह है कि नई बन रही समितियों में किनारे किए गए नेताओं को शामिल किया जा रहा है. चौथी किसी भी चेहरे को आगे कर चुनाव नहीं लड़ा जाएगा.


अमित शाह ने सभा में कहा कि 2023 में कमल की सरकार बनाइए और 2024 में मोदी जी सरकार बनाएं. 2023 के लिये उन्होंने शिवराज का नाम नहीं लिया. इससे साफ है कि शिवराज का रोल भी सीमित कर दिया है. इंदौर जैसे संभागीय स्तर के कार्यकर्ता सम्मेलन अब हर संभाग में होगे और सभी में अमित शाह आएंगे ये उन्होंने वादा किया है.


ऐसे में आने वाले दिनों में अमित शाह और प्रधानमंत्री मोदी के ज्यादा से ज्यादा दौरे मध्य प्रदेश में होंगे क्योंकि आलाकमान को लग गया है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह और प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष वीडी शर्मा के दम पर सरकार में वापसी आसान नहीं है. वैसे भी तकरीबन बीस साल से मध्य प्रदेश में बीजेपी की सरकार है.


मध्य प्रदेश में बीजेपी की सरकार के खिलाफ एंटी इंकम्बेंसी सर चढकर बोल रही है. जनता और कार्यकर्ता दोनों पार्टी से नाराज है. इसी नाराजगी को दूर करने अमित शाह बार बार आ रहे हैं मगर देखना है कि अमित शाह का जादुई टच मध्य प्रदेश में बीजेपी की सरकार में वापसी करवाता है या नहीं.


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