(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
MP Election 2023: कमलनाथ और दिग्विजय सिंह के बयान पर ज्योतिरादित्य सिंधिया का तंज, 'ऐसी बात कर रहे हैं तो सत्ता...'
Jyotiraditya Scindia On Digvijaya Singh: मध्य प्रदेश चुनाव की तैयारियों के बीच पूर्व सीएम कमलनाथ की कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह के कपड़े फाड़ने वाली टिप्पणी का वीडियो वायरल हो रहा है.
Jyotiraditya Scindia On Kamalnath: मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ की कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह के कपड़े फाड़ने वाली टिप्पणी को लेकर केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बुधवार (18 अक्टूबर) को तंज कसा. उन्होंने कहा कि राज्य के वोटर ऐसे नेताओं को सरकार बनाने की अनुमति नहीं देंगे.
मार्च 2020 में कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए सिंधिया ने कहा कि 17 नवंबर के विधानसभा चुनाव के लिए विपक्षी पार्टी के घोषणापत्र में वादों की एक लंबी सूची है, लेकिन उनमें से कोई भी पूरा नहीं होने वाला है.
कमलनाथ ने क्या कहा है?
मध्य प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कमलनाथ के उस हालिया वीडियो ने प्रत्याशियों के चयन को लेकर कांग्रेस पार्टी में दरार की चर्चा को हवा दे दी है, जिसमें वह शिवपुरी से एक नेता को टिकट नहीं दिए जाने पर पार्टी कार्यकर्ताओं से पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह के कपड़े फाड़ने के लिए कह रहे हैं.
दोनों पूर्व मुख्यमंत्रियों ने मंगलवार को इसको लेकर कहा कि पार्टी एकजुट है.
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने क्या आरोप लगाया?
कमलनाथ की टिप्पणी और वायरल वीडियो के बारे में पूछे जाने पर सिंधिया ने आरोप लगाया कि कांग्रेस हर चीज को नष्ट करना चाहती है. उन्होंने कहा, ‘‘मेरी सोच लोगों के विकास के लिए काम करना और अपनी पार्टी के संगठन को मजबूत करना है.’’
सिंधिया ने कहा, ‘‘अगर कांग्रेस के नेता ऐसी बात कर रहे हैं तो सत्ता मिलने पर मध्य प्रदेश की जनता का क्या होगा? लेकिन मेरा मानना है कि लोग ऐसा नहीं होने देंगे. ’’
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने चुनाव लड़ने पर क्या कहा?
कांग्रेस ने अपने 106 पन्नों के घोषणापत्र में 59 वादे और 101 मुख्य गारंटी सूचीबद्ध की हैं. कांग्रेस के सत्ता में आने पर प्रमुख वादों में जाति सर्वेक्षण कराना, ओबीसी को 27 फीसदी आरक्षण, कृषि ऋण माफी, सभी निवासियों के लिए 25 लाख रुपये का चिकित्सा बीमा और मप्र के लिए एक आईपीएल टीम का बनाना शामिल है.
सिंधिया ने कहा कि कांग्रेस ने अपने 15 महीने के शासन (दिसंबर 2018 से मार्च 2020) में राज्य को बर्बाद कर दिया और लोग विपक्षी दल और उसके दो वरिष्ठ नेताओं (दिग्विजय सिंह और कमलनाथ) को माफ नहीं करेंगे. अपने गृह क्षेत्र ग्वालियर से चुनाव लड़ने संबंधी सवाल पर सिंधिया ने कहा कि वह एक साधारण बीजेपी कार्यकर्ता हैं और पार्टी के निर्देशों का पालन करते हैं.
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