MP Election 2023: मध्य प्रदेश में मंदिरों के सहारे शिवराज चौहान और कथाओं के दम पर कमलनाथ, समझें दोनों नेताओं का प्लान
MP Politics: बीजेपी सरकार हिंदू वोटरों को लुभाने के लिए प्रदेश के 11 बड़े मंदिरों में कॉरिडोर बनाकर विकास कर रही है. वहीं, कमलनाथ और कांग्रेस के विधायक कथाओं का आयोजन करा रहे हैं
MP Election: मध्य प्रदेश में कुछ ही महीने बाद विधानसभा चुनाव होने है. ऐसे में बीजेपी सरकार अब मंदिरों के सहारे चुनाव जीतने की सोच रही है. शिवराज सिंह चौहान की सरकार महाकाल कॉरिडोर की तर्ज पर प्रदेश में 11 मंदिर कॉरिडोर बनवा रही है. प्रदेश के सभी चर्चित मंदिरों में उनके जीर्णोद्धार और विकास के लिए करोड़ों रुपये खर्च किए जा रहे हैं, मगर क्या ये मंदिर शिवराज की सत्ता में वापसी कराएंगे यही सवाल अब बड़ा है.
मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव काफी करीब है. केंद्रीय मंत्री अमित शाह 20 दिनों में तीन बार मध्य प्रदेश आ चुके है. ऐसे में राजनीतिक दल अब पूरी तरह सॉफ्ट नहीं, बल्कि हार्ड कोर हिंदुत्व पर आ गए हैं. नेता अपने इलाके में कथा करा रहे हैं तो सरकार प्रसिद्ध मंदिरों में विकास के पैसे खर्च कर रही है. मकसद सबका हिंदू वोटरों को प्रभावित करना है. प्रदेश के 89 विधानसभा क्षेत्र ऐसे हैं जहां पंडोखर सरकार, बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री और कुबेरेश्वर धाम वाले प्रदीप शास्त्री का प्रभाव दिख रहा है.
6 महीने में 500 से ज्यादा धार्मिक कथाओं का हो चुका है आयोजन
कुछ महीने बाद विधानसभा चुनाव है और चुनाव के पहले अपने-अपने इलाकों में मंत्री और विधायक कथाओं के जरिए वोटर्स को साधने में लगे हैं. नेता अपनी छवि बनाने के लिए लाखों रुपये खर्च करने में लगे हैं. वही, शिवराज सरकार के कई मंत्री अपने-अपने क्षेत्र में कथा करा चुके हैं तो कुछ वेटिंग लिस्ट में हैं.
हालांकि, कांग्रेस के विधायक भी कथा कराने में पीछे नहीं हैं. हालांकि, अभी तक 6 महीने में 500 से ज्यादा धार्मिक कथा के आयोजन हो चुके हैं. वहीं, पीसीसी चीफ कमलनाथ के गृह क्षेत्र छिंदवाड़ा में पंडित धीरेंद्र शास्त्री अगस्त के महीने में 4 दिन की कथा करने वाले हैं तो सितंबर में प्रदीप मिश्रा की कथा भी छिंदवाड़ा में होगी.
बीजेपी हिंदू वोटरों को लुभाने के लिए बनवा रही मंदिरों में कॉरिडोर
मामला सिर्फ कथाओं तक का ही नहीं है. बीजेपी सरकार हिंदू वोटरों को लुभाने के लिए प्रदेश के 11 बड़े मंदिरों में कॉरिडोर बनाकर विकास कर रही है. बीजेपी सरकार महाकाल कॉरिडोर सहित 11 अन्य कॉरिडोर बनाने जा रही है. इनके नाम है चित्रकूट में वनवासी रामपथ, ओरछा में राजा राम लोक, दतिया में पीतांबरा पीठ कॉरिडोर, इंदौर में अहिल्या नगरीय लोक, खरगोन में नवग्रह कॉरिडोर, सलकनपुर में माता के मंदिर में मंदिर लोक, ओंकारेश्वर में एकात्म धाम, ग्वालियर में शनि लोक, बड़वानी में नाग लोक, सागर में संत रविदास मंदिर धाम.
लोकों को बनाने में करीब 3,500 करोड़ रुपये का आएगा खर्च
इन सारे लोकों को बनाने में करीब 3,500 करोड़ रुपये का खर्च आएगा. प्रधानमंत्री 12 अगस्त को सागर में रविदास धाम के शिलान्यास में शामिल होने आ रहे हैं. वहीं, कांग्रेस ने चुनाव को देखते हुए नर्मदा सेवा समिति की घोषणा की. हनुमान जी का किरदार निभाने वाले अभिनेता कांग्रेस में शामिल हुए. बजरंग सेना का कांग्रेस में विलय हुआ.
पूरे प्रदेश में कांग्रेस सावन के माह में रुद्राभिषेक करवा रही है. इसे लेकर बीजेपी सरकार में मंत्री नरोत्तम मिश्रा का कहना है कि जब कांग्रेस विपक्ष में रहती है तो भगवान और सत्ता में आती है तो सलमान को याद करती है. जब-जब चुनाव आते हैं तब-तब कांग्रेस को हिंदू और हिंदुत्व याद आता है. ये सब चुनावी नौटंकी है. मध्य प्रदेश में इस बार दोनों ही राजनीतिक दलों में जबरदस्त टक्कर है. लिहाजा बीजेपी हो या फिर कांग्रेस, दोनों ही हिंदुओं को साधने में जुटी हुई हैं. देखना दिलचस्प होगा कि इसका फायदा किसे और कितना मिलता है.