MP Election Result 2023: मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने कांग्रेस का सूपड़ा साफ कर दिया. राज्य में बीजेपी एक तरफा बढ़त हासिल करते हुए 166 सीटों पर आगे है. वहीं कांग्रेस मात्र 63 सीटों पर आगे है. इस मौके पर केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी की तरफ से उनकी हाइट को लेकर कई गई टिप्पणी पर प्रतिक्रिया दी.
उन्होंने NDTV से बात करते हुए कहा कि किसी (प्रियंका गांधी) ने मेरे कद के बारे में बात की थी. हालांकि, अब ग्वालियर-मालवा के लोगों ने दिखाया है कि वे कितने बड़े हैं. बता दें कि ग्वालियर-मालवा विधानसभा क्षेत्र में बीजेपी ने काफी अच्छा प्रदर्शन किया है.
क्या है मामला?
दरअसल, पिछले महीने 15 नवंबर को दतिया में आयोजित चुनावी रैली में प्रियंका गांधी वाड्रा ने सिंधिया पर निशाना साधते हुए उन्हें गद्दार कहा था. उन्होंने कहा था, "सिंधिया ने जनता के साथ विश्वासघात किया है. बीजेपी के नेता अजीब हैं. मैंने सिंधिया के साथ यूपी में काम किया है. दरअसल, उनका कद थोड़ा छोटा है लेकिन अहंकार में वाह भाई वाह है."
सिंधिया ने मतदाताओं का किया धन्यवाद
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव सिंधिया के लिए एक परीक्षा माना जा रहा था, क्योंकि बीजेपी को ग्वालियर-मालवा विधानसभा क्षेत्र में सिंधिया की मदद से अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद थी, जो देखने को भी मिला. मीडिया से बात करते हुए सिंधिया ने कहा, "उन्हें राज्य में बीजेपी की जीत का पूरा भरोसा था. मैंने कहा था कि बीजेपी जीतेगी. मैं मध्य प्रदेश के मतदाताओं को धन्यवाद देना चाहता हूं, जिन्होंने हमें इतना बड़ा बहुमत दिया." उन्होंने बीजेपी की जीत का प्रधानमंत्री मोदी समेत अमित शाह और जेपी नड्डा को श्रेय दिया.
सिंधिया ने मौजूदा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को जन-कल्याणकारी योजनाएं लाने का श्रेय दिया, जो हर दरवाजे तक पहुंचीं और पार्टी को यह जीत दिलाने में मदद की. सिंधिया ने कहा कि उनके अभियान के दौरान कांग्रेस नेताओं ने लगातार उनके साथ दुर्व्यवहार किया गया. मैंने पिछले 3 सालों में मुझ पर लगाए गए सभी शापों को स्वीकार कर लिया. मैंने कोई जवाब नहीं दिया.
क्या कहा था प्रियंका गांधी ने?
प्रियंका गांधी ने दतिया में चुनावी प्रचार के दौरान कहा था, "सिंधिया के पास जो भी कार्यकर्ता जाता था, उन्हें वो महराज कहने का कहते. ऐसा न कहने पर मुद्दों का समाधान करने से इनकार करते. उन्होंने साल 2020 में मध्य प्रदेश में विद्रोह किया. इसके बाद वहां कमल नाथ के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार गिर गई और बीजेपी सत्ता में आ गई."