Election Results: मध्य प्रदेश की जनता ने कांग्रेस या बीजेपी दोनों में से किसी को पूर्ण बहुमत नहीं दिया है. 230 सीटों में से कांग्रेस 114 सीटों पर जीत दर्ज कर सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है. वहीं पिछले 15 सालों से सत्तारूढ़ बीजेपी को 109 सीटें मिली है. सूबे में सरकार बनाने के लिए 116 सीटों की जरूरत है. अब दोनों ही पार्टियों ने सरकार बनाने का दावा किया है. ऐसे में किंगमेकर की भूमिका में मायावती की पार्टी बीएसपी और समाजवादी पार्टी के विधायक होंगे. निर्दलीय की भूमिका भी अहम होगी. बीएसपी ने दो, समाजवादी पार्टी ने एक और निर्दलीय ने चार सीटों पर जीत दर्ज की है.


कांग्रेस 114 सीट जीती है. अगर कांग्रेस को समाजवादी पार्टी और बीएसपी का समर्थन (114+2+1=117) मिलता है तो पार्टी बहुमत के जादुई आंकड़े को पार करने में कामयाब हो जाएगी.


बीजेपी की बात करें तो 109 सीट उसके पास है. अगर चार निर्दलीय विधायक भी साथ आते हैं तो पार्टी बहुमत से तीन कदम दूर होगी. समाजवादी पार्टी और बीएसपी के पूर्व के रुखों पर नजर डालें तो संभवत: दोनों दल बीजेपी का साथ नहीं देगी. अगर दोनों पार्टियों का साथ मिलता है तो बीजेपी बहुमत के आंकड़ों (109+4+2+1=116) को छू लेगी. ध्यान रहे कि छोटे दलों के कम संख्या वाले विधायक आसानी से टूट जाते हैं और इन विधायकों पर दल बदल कानून भी लागू नहीं होता है.


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निर्दलीय विधायकों ने पत्ते नहीं खोले हैं. जीतने वाले सभी चार विधायक कांग्रेस के ही बागी हैं. सभी ने कहा है कि वह कार्यकर्ताओं से बात कर अंतिम फैसला लेंगे. इस बीच बीजेपी ने सरकार बनाने का दावा किया है. मध्य प्रदेश बीजेपी के अध्यक्ष राकेश सिंह ने देर रात ट्वीट कर कहा, ''प्रदेश में कांग्रेस को जनादेश नहीं है. कई निर्दलीय और अन्य बीजेपी के संपर्क में हैं. कल राज्यपाल महोदया से मिलेंगे.''



कांग्रेस ने आधिकारिक तौर पर पत्र भेजकर राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से मुलाकात का समय मांगा है. राज्यपाल कार्यालय ने चुनाव आयोग के अंतिम आंकड़ों का इंतजार करने के लिए कहा है.


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