MP Elections 2023: मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के मद्देनजर देश की सबसे पुरानी पार्टी की 144 उम्मीदवारों की सूची आने पर बीजेपी कांग्रेस आमने-सामने आ गए हैं. बीजेपी की ओर से कांग्रेस की सूची पर सवाल उठाए जा रहे हैं.
प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कमलनाथ ने उम्मीदवारों की लिस्ट आने के बाद भोपाल में कहा कि कांग्रेस ने टिकट बंटवारे में युवा, महिला और अल्पसंख्यकों का पूरा ख्याल रखा है.
'सपा से बात बनी तो ठीक, वरना...'
कमलनाथ ने कहा कि ये चुनाव किसी पार्टी या उम्मीदवारों का नहीं, बल्कि मध्य प्रदेश के भविष्य का चुनाव है. उन्होंने आगे कहा कि समाजवादी पार्टी से तालमेल की बात चल रही है, मगर बात बनी तो ठीक वरना दोनों दल अलग-अलग लड़ेंगे.
गौरतलब है कि समाजवादी पार्टी भी मध्य प्रदेश में चुनावी ताल ठोक रही है और लगातार अपने उम्मीदवारों का ऐलान करती जा रही है. संभावना जताई जा रही थी कि मध्य प्रदेश में कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के बीच गठबंधन हो सकता है. हालांकि, कांग्रेस की ओर से प्रत्याशियों की लिस्ट आते ही इसकी उम्मीदें कम होती नजर आ रही है.
खटाई में पड़ सकता है विधानसभा चुनाव में गठबंधन
बताना जरूरी है कि कांग्रेस ने अपनी पहली लिस्ट में उन चार सीटों पर भी उम्मीदवारों की ऐलान किया है, जहां सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने अपने प्रत्याशियों की घोषणा पहले ही कर दी थी. इस बीच सपा ने नौ और उम्मीदवारों के नाम का ऐलान कर दिया है.
'शिवराज को क्यों घोषित नहीं किया सीएम चेहरा?'
कमलनाथ ने सीएम शिवराज सिंह चौहान को मुख्यमंत्री का चेहरा न घोषित किए जाने पर भी सवाल उठाया. उन्होंने कहा कि बीजेपी शिवराज को सीएम का चेहरा घोषित क्यों नहीं कर रही है और क्या पार्टी को कोई पछतावा है?
'कांग्रेस ने जारी की परिवारवाद और अपराधियों की लिस्ट'
वहीं, कांग्रेस की कैंडिडेट लिस्ट पर बीजेपी ने सवाल खड़े किए हैं. पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कांग्रेस की सूची को परिवारवाद और अपराधियों की लिस्ट बताया है. उन्होंने दावा किया कि जनता कांग्रेस के अपराधियों को नकार देगी.
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव 2023 को लेकर अब बीजेपी के 94 और कांग्रेस के 86 बचे हुए उम्मीदवारों के नामों का इंतजार किया जा रहा है. दोनों पार्टियों ने आने वाले दो दिनों में सभी उम्मीदवार घोषित करने का दावा किया है.
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