(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
MP News: छुट्टी के लिए इंजीनियर ने लिखी चिट्ठी, कहा- पिछले जन्म में ओवैसी बालसखा थे, मोहन भागवत 'शकुनी मामा', जानें फिर क्या हुआ?
Madhya Pradesh News: इंजीनियर ने अपनी चिट्ठी में लिखा कि पिछले जन्म में ओवैसी उनके बालसखा थे और मोहन भागवत 'शकुनी मामा' थे. ये चिट्ठी वायरल हो गई. जानिए इसके बाद क्या हुआ?
Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश के आगर मालवा जिले में रविवार को छुट्टी पाने के लिए जनपद पंचायत सुसनेर में मनरेगा के अंतर्गत पदस्थ एक इंजीनियर ने अजीबोगरीब पत्र लिखा. इसमें उन्होंने लिखा कि उन्हें अपने पिछले जन्म का आभास हुआ है, जिसमें असदुद्दीन ओवैसी उनके सखा नकुल थे. इंजीनियर पत्र में यहीं नहीं रुके. उन्होंने पिछले जन्म में आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत को 'शकुनी मामा' तक लिख दिया.
यह पत्र जनपद पंचायत के ऑफिशियल ग्रुप में इंजीनियर ने डाला. इसका जवाब भी जनपद सीईओ ने उन्हीं की भाषा में देते हुए रविवार को कार्यालय में उपस्थित रहकर कार्य करने का आदेश दे दिया. व्हाट्सएप ग्रुप की चैटिंग अब वायरल हुई है जो चर्चा का विषय बन चुकी है.
सुसनेर जनपद में पदस्थ उपयंत्री राजकुमार यादव ने अपने पत्र में लिखा कि रविवार को वे जनपद के किसी भी कार्य में उपस्थित नहीं हो पाएंगे, क्योंकि कुछ दिनों पहले आभास हुआ है कि आत्मा अमर होती है. साथ ही पिछले जन्म का आभास हुआ है. इसमें असदुद्दीन ओवैसी पिछले जन्म के सखा नकुल थे और मोहन भागवत 'शकुनी मामा' थे. इसलिए अपने जीवन को जानने के लिए गीता पाठ करना चाहता हूं. साथ ही अपने अंदर के अहंकार को मिटाने के लिए घर घर जाकर भीख मांगूगा. चूंकि यह आत्मा का सवाल है इसलिए उन्हें रविवार का अवकाश दिया जाए.
जनपद पंचायत के सीईओ पराग पंथी ने भी इंजीनियर की भाषा में ही उसका जवाब भी लिख दिया. उन्होंने लिखा कि प्रिय उपयंत्री, आप अपना अहंकार मिटाना चाहते हैं, यह बहुत प्रसन्नता का विषय है. इसमें हमारा अकिंचन सहयोग भी साधक हो सकता है, यह विचार ही मन में हर्ष उतपन्न करता है. व्यक्ति प्रायः अहंकार से वशीभूत होकर यह सोचता है कि वह अपने रविवार को अपनी इच्छा से बिता सकता है. इस अहंकार को इसके बीजरूप में नष्ट करना आपकी उन्नति के लिए अपरिहार्य है. अतः आपकी आत्मिक उन्नति की अभिलाषा को दृष्टिगत रखते हुए आपको आदेशित किया जाता है कि आप प्रत्येक रविवार कार्यालय में उपस्थित रहकर कार्य करें जिससे रविवार को अवकाश मनाने के आपके अहंकार का नाश हो सके.
जनपद पंचायत सुसनेर के ऑफिशियल ग्रुप में अधिकारी और इंजीनियर के पत्रों की अब जमकर चर्चा हो रही है. अजीबोगरीब पत्र देने के बाद अब इंजीनियर को छुट्टी तो नहीं मिली बल्कि हर रविवार को कार्यालय पहुंचकर काम करने का आदेश मिल गया है. ऐसे अजीबोगरीब पत्राचार को लेकर वरिष्ठ अधिकारी क्या एक्शन लेते है यह तो देखने वाली बात होगी.