24 साल से दिल्ली की सत्ता से बाहर बीजेपी के सामने सीएम फेस को लेकर 'गंभीर' सवाल, जानें रेस में कौन-कौन शामिल
Delhi BJP: दिल्ली में बीजेपी के पास दिग्गज नेताओं की कोई कमी नहीं है, लेकिन पार्टी के सामने अब सवाल यह आ गया है कि सीएम फेस कौन होगा. गौतम गंभीर का एक सवाल दिल्ली बीजेपी में हलचल जरूर पैदा करेगा.
Delhi BJP CM Face: हिमाचल, गुजरात के विधानसभा चुनावों की हलचल के बीच दिल्ली में बीजेपी के सांसद ने एक ऐसा सवाल उठा दिया है, जिसकी चाह दिल्ली के बीजेपी के कई नेताओं के बीच रही है. पूर्वी दिल्ली से बीजेपी सांसद गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) ने अपनी पार्टी बीजेपी से सीएम पद के चेहरे को लेकर अहम बात कही है. गौतम गंभीर ने कहा कि हमें एक ऐसे चेहरे की तलाश है जो कि ईमानदार, जवाबदेह और जिम्मेदार हो. उन्होंने ये भी कहा कि हमारा सीएम पद के लिए चेहरा आलोचना के लिए भी तैयार हो.
2017 में दिल्ली नगर निगम (MCD) के चुनावों में बीजेपी (BJP) को बड़ी जीत हासिल हुई. इसके बाद लोकसभा चुनाव 2019 में भी बीजेपी क्लीन स्वीप किया. 2020 के विधानसभा चुनावों में मनोज तिवारी (Manoj Tiwari) को भरोसा था कि वह मुख्यमंत्री बनने की रेस में सबसे आगे हैं, लेकिन ऐसा हुआ नहीं. दिल्ली में बीजेपी और भी कई नेता हैं जो सीएम बनने की ख्वाहिश रखते हैं.
गौतम गंभीर ने आखिर क्या कहा?
'द इंडियन एक्सप्रेस' के एक इवेंट में कहा, "भारतीय राजनीति अब पर्सनालिटी कल्ट के बारे में है. हमें एक ऐसे चेहरे की जरूरत है जो ईमानदार, जवाबदेह, जिम्मेदार और अधिक महत्वपूर्ण हो, आलोचना का सामना करने के लिए तैयार हो." गंभीर का ये सवाल इसलिए भी काफी महत्वपूर्ण हो जाता है, क्योंकि बीजेपी पिछले 24 सालों से दिल्ली की सत्ता से बाहर है और इस समय भी एक चेहरे की तलाश में है.
सीएम उम्मीदवार घोषित ना करना पड़ा महंगा
पूर्व केंद्रीय मंत्री विजय गोयल (Vijay Goyal) और तत्कालीन केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने भी मुख्यमंत्री बनने की महत्वाकांक्षा को पूरा किया. जब चुनाव आए तो बीजेपी ने सीएम उम्मीदवार को घोषित ना करने का फैसला लिया, क्योंकि पार्टी का यह मानना था कि इससे राज्य इकाई में और अधिक गुट बनेंगे. बीजेपी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम पर ही चुनाव लड़ने का फैसला लिया, जिसमें केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पार्टी का नेतृत्व किया. परिणामों में वही हुआ जिसका पार्टी के नेताओं को डर था. यह रणनीति बुरी तरह से फेल हुई और बीजेपी 70 विधानसभा सीटों में से केवल 8 पर जीत हासिल कर सकी.
24 सालों से दिल्ली की सत्ता से बाहर है BJP
अब आते हैं गौतम गंभीर के बयान पर. एक तरह से सांसद गौतम गंभीर ने अपने बयान से पार्टी को यह बता दिया है कि बिना सीएम फेस के अरविंद केजरीवाल को चुनौती देना आसान नहीं होगा. वहीं बीजेपी अभी भी गंभीर के सवाल का जवाब ढूंढ रही है. बीजेपी दिल्ली की सत्ता से 24 सालों से बाहर है. 1998 में सुषमा स्वराज दिल्ली में आखिरी बार मुख्यमंत्री बनी थीं.
दिल्ली बीजेपी इस समय लगातार बदलाव के दौर से गुजर रही है. वर्धन और गोयल के बीच कंपीटीशन अब एक फैक्टर नहीं है, क्योंकि दोनों को दरकिनार कर दिया गया है. वर्धन 2013 में केजरीवाल के खिलाफ सीएम उम्मीदवार थे, जब बीजेपी 32 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी.
कौन लगाएगा बीजेपी की नैया पार?
नई पीढ़ी के नेताओं में सबसे आगे पश्चिमी दिल्ली के सांसद परवेश साहिब सिंह वर्मा, मनोज तिवारी, उत्तर पूर्व दिल्ली से सांसद गौतम गंभीर और नई दिल्ली की सांसद मीनाक्षी (Meenakshi Lekhi) लेखी हैं. यहां ये भी जान लीजिए कि परवेश सहिब वर्मा को अमित शाह का करीबी माना जाता है, जिन्होंने इस साल की शुरुआत में राज्य में विधानसभा चुनाव के दौरान पश्चिमी उत्तर प्रदेश में जाट नेताओं के साथ बैठकें करने के लिए अपने घर का इस्तेमाल किया था. वर्मा को इस समुदाय का वोट पार्टी को दिलाने का काम भी सौंपा गया था.
क्यों बीजेपी के सीएम फेस हो सकते हैं मनोज तिवारी?
पार्टी के सूत्र बताते हैं कि मनोज तिवारी के पास 2020 में सीएम चेहरा बनने का सबसे अच्छा मौका था और अभी भी अपने पूर्वांचली कनेक्शन के कारण वो इस मौके को दोबारा बना सकते हैं. बिहार और पूर्वी यूपी के प्रवासियों की आबादी भी काफी अधिक है. ऐसे में बीजेपी के लिए तिवारी की उपेक्षा करना मुश्किल हो सकता है.
इस लिस्ट में मीनाक्षी लेखी का भी नाम
केंद्रीय मंत्री लेखी को उनके पंजाबी कनेक्शन के कारण बीजेपी का सीएम चेहरा बनने की दौड़ में सबसे आगे माना जाता है. दो बार की सांसद को उनके भाषण के लिए जाना जाता है और उनकी कानूनी विशेषज्ञता ने उन्हें पार्टी में ऊपर उठाने में काफी मदद की है. वर्तमान में, वह केंद्र सरकार में दिल्ली की एकमात्र नेता हैं.
गंभीर को लेकर कार्यकर्ताओं में अलग-अलग राय
गौतम गंभीर ने पार्टी को सीएम चेहरा पेश करने का सुझाव तो दिया है, लेकिन वो इस लिस्ट में सबसे नई एंट्री के रूप में देखे जा सकते हैं. बीजेपी कार्यकर्ताओं में एक वर्ग को लगता है कि गंभीर की साफ-सुथरी छवि, ताजा चेहरा, एक रुपये की कैंटीन, नए पुस्तकालय और खेल के मैदान की स्थापना बीजेपी के लिए काफी फायदेमंद हो सकती है. हालांकि कुछ कार्यकर्ता उन्हें एक अनिच्छुक राजनेता भी मानते हैं. आपको बता दें कि गंभीर आईपीएल टीम 'लखनऊ सुपर जायंट्स' को मेंटर करते हैं और स्टार स्पोर्ट्स के लिए क्रिकेट कमेंट्री करते हैं.
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