भिंड: पुलिस भर्ती में कैंडिडेट्स के सीने पर उनकी जाति लिखे जाने के बाद मध्य प्रदेश से एक और चौंकाने वाला मामला सामने आया है. इस बार पुलिस भर्ती के महिला और पुरूष कैंडिडेट्स का मेडिकल टेस्ट भिण्ड जिला अस्पताल में कथित रूप से एक ही कमरे में किया गया. जबकि दोनों के अलग-अलग टेस्ट का प्रावधान है. जिला प्रशासन ने इस संबंध में मिली सूचना पर जांच का आदेश दिया है. इस सिलिसिले में एक डॉक्टर और एक कलर्क को आज निलंबित कर दिया.


भिण्ड जिला अस्पताल के अधीक्षक डॉ. अजीत मिश्रा ने बताया, ‘‘हमें ज्ञात हुआ है कि हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. आर के अग्रवाल, सर्जन डॉ. विनोद वाजपेई, नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. आर एस कुशवाहा और इ.एन.टी. विशेषज्ञ डॉ. आर एन राजौरिया और स्त्रीरोग विशेषज्ञ महिला डॉक्टर रेनू शर्मा ने कल मध्यप्रदेश पुलिस भर्ती के 39 अभ्यर्थियों का कथित रूप से एक ही कमरे में एक साथ मेडिकल जांच किया. इनमें 21 पुरूष और 18 महिलाएं थीं.’’


अजीत मिश्रा ने बताया कि इस सिलसिले में ड्यूटी में लापरवाही बरतने के आरोप में डॉ. आर के अग्रवाल और कलर्क देवेन्द्र शर्मा को आज निलंबित कर दिया गया है. शर्मा को इसलिए निलंबित किया गया है क्योंकि उन्हें एक-एक अभ्यर्थी को मेडिकल टेस्ट के लिए कमरे के भीतर भेजना था, लेकिन उसने सभी को एक साथ अंदर भेज दिया. मिश्रा ने कहा कि घटना की जांच की जिम्मेदारी वरिष्ठ डॉ बी सी जैन को सौंपी गयी है.


भिण्ड जिला अस्पताल के अधीक्षक ने कहा कि अभ्यर्थियों की मेडिकल टेस्ट करने वाले पांच डॉक्टर्स को कारण बताओ नोटिस भी दिया गया है. गौरतलब है कि पुरूष और महिला अभ्यर्थियों की एक ही कमरे में मेडिकल टेस्ट का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद प्रशासन और अस्पताल हरकत में आए हैं.


अजीत मिश्रा ने बताया कि भर्ती प्रक्रिया के दौरान आज दूसरे अभ्यर्थियों का मेडिकल टेस्ट भी जिला अस्पताल में किया गया लेकिन पुरूषों और महिलाओं के लिए अलग-अलग कमरों की व्यवस्था की गयी थी.