MP Election 2023: मध्य प्रदेश और राजस्थान में चुनाव के बीच टिकट बंटवारे को लेकर बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही संकट में घिर गई है. सोमवार (23 अक्टूबर) को ही भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के वरिष्ठ नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व मंत्री रुस्तम सिंह ने इस्तीफा दे दिया. वहीं राजस्थान और मध्य प्रदेश में बीजेपी-कांग्रेस को कई जगहों पर पिछले दो दिनों से कार्यकर्ताओं के विरोध का सामना करना पड़ रहा है.
मध्य प्रदेश बीजेपी के अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा को लिखे लेटर में सिंह (78) ने कहा कि वह बीजेपी की सदस्यता और सभी पदों से इस्तीफा दे रहे हैं. रुस्तम सिंह के बेटे राकेश सिंह को यूपी की पूर्व सीएम मायावती की बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने मुरैना सीट से चुनावी मैदान में उतारा है. इसके बाद से ही अटकलें लगाई जा रही थीं कि रुस्तम सिंह मुरैना में अपने बेटे के लिए प्रचार करने के लिए बीजेपी छोड़ सकते हैं.
रुस्तम सिंह कौन हैं?
ग्वालियर-चंबल क्षेत्र के प्रभावशाली गुर्जर नेता, रुस्तम सिंह ने 2003 में भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) से इस्तीफा दे दिया था और बीजेपी में शामिल हो गए थे. वह 2003-2008 और 2013-2018 तक दो बार विधायक रहे. वह 2003-2008 और 2015-2018 तक दो कार्यकाल के लिए मंत्री भी रहे. मध्य प्रदेश में 230 सदस्यीय विधानसभा के लिए चुनाव 17 नवंबर को होने हैं.
विरोध प्रदर्शन
मध्य प्रदेश चुनाव में बीजेपी और विपक्षी दल कांग्रेस से टिकट पाने में नाकाम रहे उम्मीदवारों के समर्थकों ने रविवार (22 अक्टबूर) को राज्य के विभिन्न हिस्सों में विरोध प्रदर्शन किया. बीजेपी राज्य की 230 सीटों में से 228 सीट पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर चुकी है. वहीं कांग्रेस ने 229 कैंडिडट को चुनावी मैदान में उतार दिया है.
भोपाल में पूर्व बीजेपी विधायक और पूर्व मंत्री उमाशंकर गुप्ता के समर्थकों ने वी.डी. शर्मा के सामने नारे लगाए. इस दौरान समर्थकों ने भोपाल दक्षिण पश्चिम सीट से पार्टी प्रत्याशी बनाए गए भगवानदास सबनानी को बदलने की मांग की.
वहीं भोपाल दक्षिण पश्चिम से बीजेपी के कई पदाधिकारियों ने वी.डी. शर्मा को लेटर लिखकर उमाशंकर गुप्ता को चुनावी मैदान में उतारने की मांग की. ग्वालियर में, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के वफादार माने जाने वाले बीजेपी नेता मुन्नालाल गोयल के समर्थकों ने रविवार को सिंधिया परिवार के जय विलास पैलेस के बाहर विरोध प्रदर्शन किया.
वे गोयल को टिकट नहीं दिए जाने से नाराज हैं. प्रदर्शनकारियों को शांत करने के लिए ज्योतिरादित्य, सिंधिया पैलेस के गेट तक आए और कहा कि वह गोयल के साथ हैं. पिछले पांच दिनों से कांग्रेस खेमे में विरोध प्रदर्शन हो रहा है.
कमलनाथ के घर के बाहर प्रदर्शन
बड़नगर से मौजूदा कांग्रेस विधायक मुरली मोरवाल के समर्थकों ने मोरवाल को टिकट नहीं मिलने पर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के आवास के बाहर विरोध प्रदर्शन किया. उन्होंने बड़नगर से कांग्रेस उम्मीदवार राजेंद्र सिंह सोलंकी को बदलने की मांग की.
समर्थकों ने बड़नगर से कांग्रेस उम्मीदवार राजेंद्र सिंह सोलंकी को बदलने की मांग की. भोपाल के गोविंदपुरा और विदिशा के कुरवाई के कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भी भोपाल में मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी (पीसीसी) कार्यालय पर प्रदर्शन किया.
मध्य प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कमलनाथ के घर के बाहर सोमवार को विरोध प्रदर्शन हुआ.
दिग्विजय सिंह क्या बोले?
पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने कहा, '' पहली बार मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी में ब्लॉक के नीचे मंडल, सेक्टर और बूथ पर हम लोग पहुंचे. इतनी तैयारी हमारी 2018 में नहीं थी क्योंकि कमलनाथ को सिर्फ पांच महीने मिले थे. शिवराज सिंह चौहान के खिलाफ इतनी एंटी इनकम्बेंसी भी नहीं थी जो कि आज है. हर कोई सोचता है कि मैं ही सही उम्मीदवार हूं. टिकट देने से पहले पहली बार जिला स्तर तक के कांग्रेस अध्यक्षों से बात तक की. ऐसा पहले कभी नहीं हुआ. इतने पारदर्शी तरीके से कभी पहले चयन नहीं हुआ.''
राजस्थान में भी समर्थक नाराज
बीजेपी की दूसरी लिस्ट में अपना नाम नहीं शामिल किये जाने से नाराज पार्टी के स्थानीय नेताओं और उनके समर्थकों ने रविवार को जयपुर, चित्तौड़गढ़, उदयपुर, राजसमंद, कोटा सहित अन्य जिलों में विरोध प्रदर्शन किया.
कोटा दक्षिण में, विकास शर्मा के समर्थकों ने तलवंडी चौराहे पर प्रदर्शन किया और कथित तौर पर सीट से संदीप शर्मा की उम्मीदवारी के खिलाफ नारे लगाए. वहीं, अलवर शहर में संजय शर्मा को टिकट मिलने के बाद उनके विरोधियों ने कथित तौर पर उनके खिलाफ प्रदर्शन किया. राजस्थान में कुल 200 विधानसभा सीटें हैं. अब तक बीजेपी 124 उम्मीदवारों की घोषणा कर चुकी है. राज्य की सभी सीटों पर 25 नवंबर को मतदान होगा.
वहीं सवाई माधोपुर जिले के मलारना बाईपास मार्ग पर कांग्रेस विधायक दानिश अबरार को लोगों के एक ग्रुप ने काले झंडे दिखाए. इस दौरान उनके वाहन पर पथराव कर दिया. अबरार सवाई माधोपुर सीट से विधायक हैं. पार्टी ने उनके खिलाफ विरोध के बावजूद उन्हें इस सीट से चुनावी मैदान में उतार दिया है.
इनपुट भाषा से भी.