भोपाल: मध्य प्रदेश विधनासभा में बुधवार की शाम शोले फिल्म का गाना गूंज रहा था- ‘ये दोस्ती हम नहीं छोडेंगे, छोडेंगे दम मगर तेरा साथ ना छोडेंगे.’ दोस्ती का गाना गाने वाले मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और बीजेपी महासचिव महासचिव कैलाश विजयवर्गीय थे. मौका विधानसभा में आयोजित भुटटा पार्टी का था.


भुट्टा पार्टी में कमलनाथ समेत कांग्रेस के कई नेता हुए शामिल


इस आयोजन में मध्यप्रदेश सरकार के मंत्री और विधायक शामिल हुए थे. कैलाश कल बहुत दिनों के बाद भोपाल आए थे और दिनभर कुछ मंत्रियों से मुलाकात करने के बाद सीएम शिवराज सिंह चौहान से मिले और शाम को उनको अपनी भुटटा पार्टी में आमंत्रित किया. विधानसभा में हुई कैलाश जी की इस पार्टी में प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कमलनाथ के साथ कांग्रेस के विधायक गोविंद सिहं और जीतू पटवारी भी पहुंचे.


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भोपाल में बहुत दिनों के बाद हुई कैलाश विजयवर्गीय की इस पार्टी को राजनीति के जानकार उनके शक्ति प्रदर्शन के तौर पर देख रहे थे.  पार्टी खत्म होते होते कैलाश ने आर्केस्टा के साथ शोले फिल्म के गाने ‘ये दोस्ती हम नहीं छोडेंगे’ की तान छेड़ी तो शिवराज अपने आप को रोक नहीं पाए और दोनों ने हाथ उठाकर और गले लगकर ये दोस्ती हम नहीं छोडेंगे गाना गाया. बात यहीं खत्म नहीं हुई. इस गाने के बाद इन दोनों नेताओं ने कुदरत फिल्म का गाना ‘हमें तुमसे प्यार कितना’ ये भी गाया.


कैलाश और शिवराज ने साथ शुरू किया था अपना राजनीतिक सफर


कैलाश और शिवराज बीजेपी के पुराने नेता हैं, जिन्होंने अपना राजनीतिक सफर तकरीबन साथ ही शुरू किया था.  ये दोनों पहले अखिल भारतीय विदयार्थी परिषद फिर युवा मोर्चा में साथ रहे. कैलाश विधायक बने तो शिवराज सांसद और बाद में शिवराज जब मुख्यमंत्री बने तो उनके मंत्रिमंडल में लंबे समय तक कैलाश जिम्मेदार विभागों वाले मंत्री बने रहे.


मगर शिवराज का लंबा होता कार्यकाल उनके साथ के नेताओं को खटकता है और जब भी शिवराज को पद से हटाने की अटकलें चलती हैं, कैलाश का उनके विकल्प के तौर पर माना जाता है. मगर शिवराज लंबे समय से पद पर बने हैं और कैलाश फिलहाल बीजेपी के महासचिव हैं. दोनों दोस्तों का ये मतभेद भुलाकर गाना लंबे समय तक याद रखा जायेगा.


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