नई दिल्ली: लेफ्टिनेंट कर्नल (मानद उपाधि) और टीम इंडिया के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी 31 जुलाई से 106 टेरिटोरियल आर्मी बटालियन के लिए अपनी सेवाएं देंगे. मिली जानकारी के मुताबिक धोन इस पैरा रेजिमेंट का हिस्सा होंगे. यह यूनिट कश्मीर में है और यहां धोनी 31 जुलाई से 15 अगस्त तक रहेंगे. धोनी ने आर्मी में सेवाएं देने के लिए वेस्टइंडीज दौरे से खुद को अलग कर लिया था.


आर्मी हेडक्वार्टर की ओर से जारी बयान के मुताबिक, ''धोनी की अर्जी को मान लिया गया है और वह गश्त, गार्ड और पोस्ट ड्यूटी करेंगे.'' बता दें कि धोनी ने खुद सेना से कश्मीर में पोस्टिंग के लिए आग्रह किया था. धोनी को 2011 में भारतीय सेना की टेरोटेरियल आर्मी यानि टीए में लेफ्टिनेंट कर्नल रैंक का ओहदा मिला था. उन्हें पैराट्रूपर बैज भी सेना की तरफ मिला हुआ है. धोनी को तब से केवल एक बार ही ट्रेनिंग दी गई है.


वेस्टइंडीज दौरे से पहले दी सूचना


वेस्टइंडीज दौरे के चयन से पहले धोनी के सेना के साथ जुड़ने की खबर सामने आई थी. बीसीसीआई के एक अधिकारी ने ये जानकारी दी थी कि धोनी वेस्टइंडीज़ दौरे पर टीम के साथ जाना नहीं चाहते हैं. बीसीसीआई के अधिकारी ने बताया था, ''धोनी ने खुद को वेस्टइंडीज़ के खिलाफ दौरे से बाहर रखने का फैसला किया है क्योंकि वो पैरामिलिटरी रैजिमेंट के साथ अगले दो महीने बिताएंगे.''


इससे पहले वर्ल्ड कप में धोनी को अपनी धीमी बल्लेबाजी की वजह से आलोचना का भी सामना करना पड़ा था. ऐसे कयास लगाए जा रहे थे कि धोनी वर्ल्ड कप के बाद क्रिकेट को अलविदा कह देंगे. हालांकि चयनकर्ता साफ कर चुके हैं कि धोनी ने उनसे संन्यास के बारे कोई बात नहीं की है. वेस्टइंडीज दौरे के लिए धोनी की जगह पर रिषभ पंत तीनों फॉर्मेट में टीम इंडिया के मुख्य विकेटकीपर चुने गए हैं. सिलेक्टर्स ने कहा है कि वह पंत को भविष्य में भी मुख्य विकेटकीपर के तौर पर ही मौका देना चाहते हैं.