एक तरफ कोरोना के मामले तो दूसरी तरफ म्यूकोमाइकोसिस. भारत मे दूसरी लहर के चलते इस बार कोरोना संक्रमित लोगों में म्यूकोमाइकोसिस के केस ज्यादा देखने को मिल रहे हैं. देश के कई राज्यों में इस फंगल इन्फेक्शन के केस सामने आ रहे है, खासकर कोरोना संक्रमण की वजह से.


लगातार बढ़ते मामलों के बाद केंद्र ने इस बारें में राज्यों को चिट्ठी लिखी है. केन्द्रीय संयुक्त स्वास्थ्य सचिव ने सभी राज्यों को चिट्टी लिखकर ब्लैक फंगस को नोटिफाइड डीजीज की श्रेणी में डालने को कहा. इसके बाद अब सभी राज्य सरकारों को म्यूकर माइकोसिस बीमारी के मरीजों का ब्यौरा नोटिफाइड डीजीज के तहत दर्ज करना होगा. साथ ही मरीजों की जानकारी केन्द्र सरकार से साझा करनी होगी.


वहीं आज दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने भी इसको लेकर रिव्यु मीटिंग की, जिसमें अधिकारियों के साथ विशेषज्ञ भी बैठक में शामिल थे. बैठक में फैसला किया गया कि  दिल्ली के 3 अस्पतालों में ब्लैक फंगस के इलाज के लिए डेडिकेटेड सेंटर बनाए जाएंगे.   LNJP, GTB और राजीव गांधी अस्पताल में बनेंगे ब्लैक फंगस ट्रीटमेंट सेंटर. और  बीमारी से बचाव के लिए जनता को करेंगे जागरुक.


दिल्ली के कई अस्पतालों इस समय म्यूकोमाइकोसिस मरीजों का इलाज चल रहा है. ऐसे ही कुछ दिल्ली के कुछ बड़े अस्पतालों में इस समय म्यूकोमाइकोसिस के मरीज की संख्या कुछ इस प्रकार है- 


- एम्स में करीब 80 केस 


- गंगाराम अस्पताल में 60 केस


- मैक्स हेल्थ केयर दिल्ली में 25 से ज्यादा केस है, वहीं गुरुग्राम और ग़ाज़ियाबाद मिलाकर 50 से ज्यादा केस है.


- एलनजेपी अस्पताल में 12 केस 


- आकाश हेल्थकेयर में 5 केस 


- आरएमएल अस्पताल में 3 केस


- जीटीबी अस्पताल में 3 केस


- लेडी हार्डिंग अस्पताल में 4 केस


- इंडियन स्पाइनल इंजुरी में 1 केस


म्यूकोमाइकोसिस ये केस सिर्फ देश की राजधानी दिल्ली में है और हर दिन इसकी संख्या में बढ़ोतरी हो रही है. फिलहाल केंद्र और राज्य सरकार दोनों हरकत में आ गए है और इसके लिए कदम भी उठा रहे है.