Muda Scam Case: कथित मुडा स्कैम केस से कर्नाटक की सियासत पर घमासान मचा हुआ है. इस मामले की वजह से वजह से राज्य के सीएम सिद्धारमैया की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं. इसी कड़ी में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और उनके परिवार ने कर्नाटक सरकार को पांच एकड़ जमीन लौटने का निर्णय किया है. सरकार को वापस की जा रही यह वह जमीन है जो कि खरगे परिवार के सिद्धार्थ विहार ट्रस्ट को दी गई थी. 


उनके इस फैसले के बाद बीजेपी ने कांग्रेस पर निशाना साधा है. बीजेपी नेता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि अदालत की कार्रवाई की जलालत से बचने के लिए जमीन वापस की है. 


सुधांशु त्रिवेदी ने साधा निशाना 


कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे पर निशाना साधते हुए सुधांशु त्रिवेदी ने कहा, "मल्लिकार्जुन खरगे के फैसले से साफ होता है कि उन्होंने सत्ता का इस्तेमाल करके भूमि हड़पने का षडयंत्र किया है. इससे पहले मुख्यमंत्री सिद्धारमैया भी जमीन वापस कर चुके है. इससे पहले डीके शिवकुमार, अशोक गहलोत, कमल नाथ का नाम भी आ चुका है." 


उन्होंने आगे कहा, "नेशनल हेराल्ड केस सोनिया गांधी और राहुल गांधी का नाम आया था. ये कांग्रेस के नेताओं का नैतिक पतन है. वो भूदान से लेकर भू हड़प तक आ गए हैं. यदि यही आरोप हमारी पार्टी के किसी नेता पर लग गया होता तो ये लोग क्या करते, लेकिन आज ये सब चुप हैं.


'जलालत से बचने के लिए वापस की गई जमीन'


उन्होंने आगे कहा, "नेशनल हेराल्ड केस में साफ है कि जिसकी 3 हजार करोड़ की संपत्ति है, वो 90 करोड़ में बिक जाए. जो प्रवृत्ति राहुल और सोनिया में थी, वहीं मल्लिकार्जुन खरगे में दिख रही है. यही प्रवृत्ति सिद्धारमैया और डीके शिव कुमार में दिख रही है. मल्लिकार्जुन खरगे ने अदालत की कार्रवाई की जलालत से बचने के लिए जमीन वापस की है.


राहुल गांधी पर भी निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, "मैं राहुल गांधी से पूछना कि मोहब्बत की दुकान तो भू माफिया प्रॉपर्टी डीलर की दुकान लग रही है. जिन लोगों ने जमीन वापस कर दी है, क्या उन्हें इस्तीफा नहीं देना चाहिए?"


भाजपा सांसद प्रवीण खंडेलवाल ने उठाए सवाल


 कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के MUDA घोटाले की जांच के बीच आवंटित जमीन लौटाने की पेशकश पर भाजपा सांसद प्रवीण खंडेलवाल ने कहा, "इससे साफ जाहिर होता है कि जो ज़मीन आवंटित की गई है, इसमें कोई धांधली जरूर थी और अब उस धांधली के सामने आने पहले मल्लिकार्जुन खरगे के बेटे ज़मीन वापस कर रहे हैं. यह बड़ा सवाल खड़ा करता है और मामले की जांच होनी चाहिए.