Mughal Garden To Amrit Udyan: राजधानी दिल्‍ली में स्थित राष्ट्रपति भवन का मुगल गार्डन अब अमृत उद्यान कहा जाएगा. केंद्र सरकार ने इसका नाम बदल दिया है. मुगल गार्डन का नाम बदलने पर लोगों की मिली-जुलीं प्रतिक्रियाएं आ रही हैं. कुछ लोग सरकार को निशाने पर ले रहे हैं तो वहीं कुछ लोग इस फैसले का स्वागत कर रहे हैं. मुगल गार्डन का नाम बदलना AIMIM के नेताओं को अच्‍छा नहीं लगा.


मुगल गार्डन का नाम बदलने पर AIMIM ने उठाया सवाल


AIMIM के स्‍पोक्‍सपर्सन वारिस पठान ने बीजेपी सरकार को निशाने पर लेते हुए कहा है कि क्या मुगल गार्डन और टीपू सुल्तान गार्डन का नाम बदलने से देश का विकास हो जाएगा, बेरोजगारी खत्म हो जाएगी? क्या पेट्रोल-डीजल के भाव में कमी आ जाएगी? वारिस पठान ने सरकार पर आरोप लगाते हुए आगे यह भी कहा, ''बीजेपी असली मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए सिर्फ नामकरण की सियासत कर रही है. इसी तरह बीजेपी ने मुंबई के मलाड में टीपू सुल्तान गार्डन का नाम बदल दिया था''.


बता दें कि AIMIM के चीफ असदुद्दीन ओवैसी हैं, जो कि हैदराबाद से सांसद हैं. वारिस पठान ओवैसी की ही पार्टी के राष्‍ट्रीय प्रवक्‍ता हैं. पठान ने हाल में टीपू सुल्तान को महान बताया था और महाराष्‍ट्र में टीपू सुल्तान गार्डन का नाम बदलने पर बीजेपी सरकार पर निशाना साधा था. बहरहाल, राजधानी दिल्‍ली में स्थित राष्ट्रपति भवन का मुगल गार्डन का नाम बदलने के फैसले की कई कांग्रेस नेताओं ने भी निंदा की है.


कांग्रेस ने कहा- बच्चे का नाम पड़ोसी नहीं रखते


AIMIM की तरह ही कांग्रेस के एक नेता राशिद अल्वी ने मुगल गार्डन का नाम बदलने पर कहा, "बीजेपी सरकार की ये आदत है, शहरों का, सड़क का नाम बदलते हैं. अब गार्डन का भी बदल दिया." उन्‍होंने कहा, "मैं इसकी निंदा करता हूं. किसी और की बनाई हुई चीज का नाम बदलने का हक इनको नहीं है. अपने बच्चे का नाम पड़ोसी नहीं रखते. इसे विकास का नाम नहीं दिया जा सकता. अंग्रेजों के रखे हुए नाम को बदलना इतिहास नहीं है. नासमझ लोगों के हाथ में अब सरकार आ गई है."
बीजेपी सरकार पर आक्रोश जाहिर करते हुए अल्वी ने यह भी कहा, "अपना गार्डन बनाइए उसका नाम रखिए."


मौलवी साजिद राशिद ने भी फैसले का विरोध किया


मौलवी साजिद राशिद ने भी मुगल गार्डन का नाम बदलने का विरोध किया है. मौलवी साजिद राशिद ने मुगल गार्डन का नाम बदलना हिंदुओं को खुश करने वाला फैसला करार दिया. राशिद ने कहा, "हिंदुओं को खुश करने के लिए मुगल गार्डन का नाम बदल दिया. अगर सरकार को नाम ही बदलना था तो ये झूठे वादे न करते.'' उन्‍होंने कहा कि ऐसा ही चलता रहा तो मोदी को भी एक दिन महात्मा गांधी बना दिया जाएगा, और कोई समूह मोदी को ही राष्ट्रपति मान लेगा.


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