Muharram 2022 Date: हर साल मोहर्रम (Muharram) के मौके पर देश के अलग-अलग हिस्सों में एक बड़े जुलूस का आयोजन किया जाता है. लेकिन बीते दो सालों से कोरोना वायरस संक्रमण  (Coronavirus) के चलते बहुत से इलाकों में मोहर्रम के दिन जुलूस का आयोजन नहीं किया जा सका. पिछले साल 20 अगस्त के दिन मोहर्रम का त्योहार भारत में मनाया गया था. इस साल 9 अगस्त को मुहर्रम महीने की पहली तारीख हो सकती है. ऐसा इसलिए कि सभी इस्लामिक त्योहारों की तारीख हर साल बदल जाती हैं. इसलिए इस बार जुलाई महीने के अंत तक ही मुहर्रम की कंफर्म डेट के बारे में पता चल पाएगा. 


आपको बता दें कि इस्लामिक कैलेंडर (Islamic Calendar) के पहले महीने का नाम मोहर्रम है. भारत में मोहर्रम महीने की दसवीं तारीख को मनाया जाता है. यानी इस बार भारत में मोहर्रम का त्योहार 8 या 9 अगस्त को मनाया जा सकता है. मोहर्रम जिसे ज्यादातर लोग एक त्योहार के रूप में जानते हैं, ये एक हिजरी कैलेंडर (Hijri Calendar) के पहले महीने का नाम है. इस्लाम में 4 महीने हैं जो बेहद पवित्र माने जाते हैं. उनमें से एक महीना मोहर्रम का भी है. मोहर्रम महीने के दसवें दिन को आशूरा कहते हैं. आशूरा के दिन ही भारत में मोहर्रम का त्योहार मनाया जाता है. इसी महीने इस्लामिक नया साल होता है. 


क्या है आशूरा का महत्व?


आशूरा (Ashura) को इस्लामिक इतिहास में सबसे निंदनीय दिनों में से एक माना जाता है. ये एक प्रकार से मातम का पर्व होता है. इस दिन इमाम हुसैन की शहादत की याद में भारत समेत पूरी दुनिया में शिया मुसलमान काले कपड़े पहनकर जुलूस निकालते हैं और उनके पैगाम को लोगों तक पहुंचाते हैं. हुसैन ने इस्लाम और मानवता के लिए अपनी जान कुर्बान कर दी थी. इसलिए इस दिन को आशूरा यानी मातम का दिन माना जाता है. इस दिन उनकी कर्बानी को याद किया जाता है और ताजिया निकाला जाता है. 


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