Mukarram Jah Passes Away: हैदराबाद के आखिरी निजाम उस्मान अली खान के पोते निजाम मीर बरकत अली खान सिद्दीकी मुकर्रम जाह (Mukarram Jah), आसफ जाह VIII का शनिवार (14 जनवरी) को रात इस्तांबुल, तुर्की (Turkey) में साढ़े 10 बजे निधन हो गया है. मुकर्रम जाह के बच्चे दिवंगत के पार्थिव शरीर के साथ मंगलवार को हैदराबाद पहुंचेंगे.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मुकर्रम जाह के पार्थिव शरीर को चौमहल्ला पैलेस लाया जाएगा जहां आसफ जाही परिवार के मकबरे पर उन्हें दफनाया जाएगा. मुकर्रम जाह का जन्म 6 अक्टूबर, 1933 को मीर उस्मान अली खान के पुत्र आज़म जाह और तुर्की (ओटोमन साम्राज्य) के अंतिम सुल्तान (ओटोमन साम्राज्य) के सुल्तान अब्दुल मजीद द्वितीय की बेटी राजकुमारी दुरू शेहवार के यहां हुआ था.
1971 तक मुकर्रम जाह को हैदराबाद का राजकुमार कहा जाता था
देहरादून के दून स्कूल में उन्होंने अपनी प्रारंभिक पढ़ाई की थी जिसके बाद उन्होंने हैरो और पीटरहाउस, कैम्ब्रिज में आगे की पढ़ाई की. उन्होंने लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स और रॉयल मिलिट्री अकादमी सैंडहर्स्ट में भी अध्ययन किया है. 1980 के दशक तक मुकर्रम जाह भारत के सबसे अमीर व्यक्ति थे. मुकर्रम जाह को आधिकारिक तौर पर 1971 तक हैदराबाद का राजकुमार कहा जाता था जब भारतीय संघ द्वारा खिताब और प्रिवी पर्स को समाप्त कर दिया गया था.
मुकर्रम जाह की चार पत्ननियां
राजकुमार मुकर्रम जाह ने पहली शादी तुर्की की राजकुमारी इसरा से की थी जिनसे उनके दो बच्चे हैं, राजकुमार अज़मत अली खान और राजकुमारी शेखयार. बाद में उन्होंने ऑस्ट्रेलिया की सुश्री हेलेन सिमंस से शादी की जिनसे उनका एक बेटा प्रिंस अलेक्जेंडर आजम खान है. वो भी लंदन में रहते हैं. इसके बाद उन्होंने मनोल्या ओनुर से शादी की, जिनसे उनकी एक बेटी निलोफर है. उनकी चौथी पत्नी जमीला बौलारस हैं उनकी बेटी ज़ैरिन उन्नीसा बेगम हैं.
हैदराबाद में उनके पास फलकनुमा पैलेस, खिलवत पैलेस, किंग कोटि और चिरन पैलेस सहित कई संपत्तियां हैं.
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