मुंबई: मुकेश अंबानी के घर एंटीलिया के पास से मिली जिलिटीन से भरी स्कॉर्पियों कार मामले की जांच कर रही नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) अब स्कॉर्पियों गाड़ी चोरी मामला और मनसुख हिरेन कथित हत्या मामले की जांच भी अपने हाथ में ले सकती है. सूत्रों के मुताबिक अब इन दो मामलों की जांच भी एनआईए कर सकती है.


एनआईए फिलहाल मुकेश अम्बानी के घर के पास मिले 20 जिलिटीन के साथ स्कॉर्पियों कार के मामले की जांच कर रही है. एनआईए को अगर उसकी जांच में ये पता चलता है कि बाकी के दोनों मामले (स्कॉर्पियों गाड़ी चोरी मामला और मनसुख हिरेन कथित हत्या मामला) एक दूसरे से कनेक्टेड हैं, तो एनआईए दोनों मामले की जांच अपने हाथ में ले लेगी. एनआईए एक्ट की धारा 8 के मुताबिक एनआईए को ये अधिकार है कि वो कनेक्टेड ऑफेंस को जांच के लिए ले सकती है.


जब भी कोई मामला किसी एजेंसी से दूसरी एजेंसी को ट्रांसफर किया जाता है, तो उस जांच से पहले जुड़े जांच अधिकारियों को बुलाया जाता है. इस मामले में जांच सबसे पहले क्राइम ब्रांच की सीआईयू के पास थी, जिसके जांच अधिकारी एपीआई सचिन वाझे थे, हालांकि उनपर कई संगीन आरोप हैं. इस वजह से उन्हें एनआईए ने बुलाया है. सीआईयू के बाद जांच का जिम्मा क्राइम ब्रांच के एसीपी नितिन अलकनुरे को दिया गया था. इस वजह से उन्हें भी आज बुलाया गया ताकि पता चले कि उनकी जांच में वो कहां तक पहुचे थे.


महाराष्ट्र के होम मिनिस्टर अनिल देशमुख ने जांच एटीएस को ट्रांसफर किया था, जिसके बाद जांच का जिम्मा एटीएस के एसीपी श्रीपद काले को दिया गया था. उनके पास जांच सिर्फ एक दिन ही थी और फिर मामला आगे की जांच के लिए एनआईए को ट्रांसफर हो गया था. एनआईए ने उन्हें भी इसलिए बुलाया है कि ताकि वे जान सके कि उस एक दिन की जांच में उन्हें क्या मिला था.


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