नई दिल्ली: बर्कले हुरुन इंडिया ने अपनी 2018 की भारत के सबसे अमीर लोगों लिस्ट जारी कर दी है. बर्कले हुरुन इंडिया रिच लिस्ट 2018 की रिपोर्ट के मुताबिक, भारत के सबसे अमीर व्यक्ति मुकेश अंबानी पिछले एक साल से रोजना 300 करोड़ रुपये प्रति दिन कमा रहे हैं. 3,71,000 करोड़ रुपये की संपत्ति के साथ मुकेश अंबानी इस लिस्ट में टॉप पर बने हुए हैं. रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन, अंबानी की कंपनी के शेयर में 45 फीसदी से ज्यादा की बढ़ोतरी हुई है जिसके चलते वें शीर्ष स्थान पर हैं. इकनॉमिक टाइम्स में छपी एक खबर के मुताबिक ये लिस्ट जारी की गई है.


2017 में थे 617 लोग, 2018 में हो गए 831
मुकेश अंबानी के संपत्ति उनके बाद के अगले तीन अमीरों की संयुक्त संपत्ति से अधिक है. एसपी हिंदुजा एंड फैमिली (15,9,000 करोड़ रुपये), एलएन मित्तल (1,14,500 करोड़ रुपये) और अजीम प्रेमजी (96,100 करोड़ रुपये) की कुल संपत्ति मुकेश अंबनी की संपत्ति से कम है. बर्कले हूरुन इंडिया रिच लिस्ट में भारत के उन सबसे अमीर व्यक्तियों का आंकलन किया जाता है जिनकी संपत्ति 1000 करोड़ रुपये या उससे अधिक है. 2017 में इस सूची में 617 लोग थे जबकि 2018 में इनकी संख्या 831 तक पहुंच गई है.


3,71,000 करोड़ की संपत्ति के साथ अंबानी हैं पहले स्थान पर
बर्कले हुरुन इंडिया की इस लिस्ट में 3,71,000 करोड़ की संपत्ति के साथ अंबानी पहले स्थान पर हैं, 159,000 करोड़ की संपत्ति के साथ हिंदूजा बर्दर्स दूसरे, 1,14,500 करोड़ की संपत्ति के साथ एल एन मित्तल तीसरे, 96,100 करोड़ की संपत्ति के साथ विप्रो के अजीम प्रेमजी चौथे और 89,700 करोड़ की संपत्ति के साथ दिलीप सांघवी पांचवे स्थान पर हैं.


अंबानी परिवार की संपत्ति के कोई आस-पास भी नहीं 
अगर भारत के 5 सबसे अमीर परिवारों की बात करें तो यहां पर भी अंबानी परिवार के आसपास कोई नहीं टिकता है. 3,90,500 करोड़ की संपत्ति के साथ अंबानी परिवार पहले, 2,23,000 करोड़ संपत्ति के साथ गोदरेज समूह दूसरे, 1,59,000 करोड़ की संपत्ति के साथ हिंदूजा फैमली तीसरे, 1,38,800 करोड़ की संपत्ति के साथ मिस्त्री परिवार चौथे और 92,400 करोड़ की संपत्ति के साथ सांघवी परिवार पांचवे स्थान पर है.


बर्कले हूरुन की इस लिस्ट में 66 NRI भी
बर्कले हूरुन इंडिया रिच लिस्ट 2018 में 66 एनआरआई भी हैं. इनमें 21 व्यक्तियों के साथ संयुक्त अरब अमीरात एनआरआई के लिए सबसे पसंदीदा देश है. इसके बाद अमेरिका और ब्रिटेन का नंबर आता है. रिपोर्ट के अनुसार, रुपये के मूल्यह्रास और बढ़ती कच्चे तेल की कीमतों के बावजूद, भारत में संपत्ति निर्माण दर हमेशा उच्च है. भारत में अगले 10 साल में युवा पीढ़ी इन सभी परिवारों की कमान अपने हाथ में ले लेगी.