नई दिल्ली: बीजेपी नेता मुख्तार अब्बास नकवी ने जामिया में छात्रों के साथ हुई हिंसा की निंदा की और कहा कि वे पुलिस द्वारा की गई हिंसा की निंदा करते हैं. उन्होंने कहा कि वे प्रदर्शनकारी छात्रों द्वारा की गई हिंसा की भी निंदा करते हैं.


अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि नागरिकता संशोधन कानून के बारे में झूठ फैलाया जा रहा है और लोगों को भड़काया जा रहा है.


एक अंग्रेजी अखबार में छपी खबर के मुताबिक उन्होंने कहा कि मैं किसी को एंटीनेशनल नहीं कहूंगा लेकिन ये जरूर है कि उन्हें (प्रदर्शनकारी छात्रों) को नागरिकता संशोन कानून के बारे में गुमराह किया गया. पुलिस का जैसा व्हवहार रहा, मेरे विचार से ये ठीक नहीं था. हिंसा किसी तरह भी ठीक नहीं होती.


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नकवी ने एबीपी न्यूज़ से बात करते हुए कहा कि देश की छवि खराब करने की कोशिश की जा रही है. तीन देशों के अल्पसंख्यकों के लिए नागरिकता संशोधन कानून लाया गया है. असम में जो प्रक्रिया चल रही है वो काफी पहले से चल रही है. ये कोई नई बात नहीं है.


उन्होंने कहा कि एनआरसी ना तो पूरी देश में लागू है, ना फिलहाल होने की बात है. देश के मुसलमान इससे परेशान हों ऐसी कोई बात नहीं है. जो दुष्प्रचार किया जा रहा है ये एक सोची समझी साजिश लगता है.


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नकवी ने कहा कि किसी भारतीय मुसलमान से कोई कागज नहीं मांगा जा रहा है, विदेश से किसी को आमंत्रित नहीं किया जा रहा है, जो आना चाहते हैं उन्हें नागरिकता दी जा सकती है. 5 सालों में तो कई विदेशी मुसलमानों को भी नागरिकता दी गई है.


बीजेपी नेता ने कहा कि विपक्ष भारतीय मुसलमानों को भड़का रहा है. 70 सालों तक इन्होंने पॉलिटिकल पाखंड किया है. एनआरसी का कमिटमेंट 1951 का है. अमित शाह जी ने कहा है कि फिलहाल ऐसा कोई प्लान नहीं है. ये मोदीबैशर्स का गैंग है जो अफवाहें फैला रहे हैं.