Mukhtar Ansari Death: मुख्तार अंसारी के लिए यूपी की एक जेल में बनाया गया था बैडमिंटन कोर्ट, पूर्व जेलर ने सुनाया था किस्सा
Mukhtar Ansari News: मुख्तार अंसारी कभी जेल में बेहद खास सुविधाएं पाता था, इसका खुलासा एक पूर्व जेलर ने एक निजी मीडिया संस्थान के साथ बातचीत में किया था.
Mukhtar Ansari Died: पूर्वी उत्तर प्रदेश के जिलों में एक समय आतंक का पर्याय रहे माफिया मुख्तार अंसारी की कभी जेलों में भी तूती बोलती थी. एक समय उसके लिए उत्तर प्रदेश की एक जेल में बैडमिंटन कोर्ट तक बनाया गया था.
गैंगस्टर से नेता बना मुख्तार अंसारी पिछले काफी समय से जेल में था. गुरुवार (28 मार्च) को मुख्तार अंसारी का उत्तर प्रदेश के बांदा के एक अस्पताल में दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया.
मुख्तार अंसारी के साथ जेल में अधिकारी खेलते थे बैडमिंटन
मुख्तार अंसारी के लिए जेल में बनाए गए बैडमिंटन कोर्ट का किस्सा पूर्व जेलर एसके अवस्थी ने सुनाया था. एसके अवस्थी करीब 11 साल पहले जेलर के पद से रिटायर हुए थे.
एसके अवस्थी ने द लल्लनटॉप के साथ बातचीत में बताया था कि 2007 में उनकी तैनाती मुख्तार अंसारी के गृह जिले गाजीपुर में हुई थी. वह जब तक वहां पहुंचते उससे पहले ही मुख्तार अंसारी को आगरा की जेल में भेज दिया गया था. एसके अवस्थी के मुताबिक, मुख्तार अंसारी के लिए जेल के भीतर बैडमिंटन कोर्ट बनवाया गया था, जहां अधिकारी उसके साथ खेलते थे.
मुख्तार अंसारी को पंजाब की जेल में भी मिला VIP ट्रीटमेंट!
पंजाब सरकार में मंत्री हरजोत बैंस ने 2022 में दावा किया था कि राज्य में कैप्टन की सरकार में मुख्तार अंसारी को वीआईपी ट्रीटमेंट दिया जा रहा था. उन्होंने कहा था कि मुख्तार अंसारी को रोपड़ जेल में वीआईपी की तरह रखा गया. बैंस ने कहा था कि मुख्तार अंसारी के लिए दो बैरक खाली कराई गई थीं और उसके परिवारवालों को जेल में आने-जाने दिया जाता था. उन्होंने आरोप लगाया था कि मुख्तार अंसारी को यहां लाने के लिए फर्जी एफआईआर की गई थी.
मुख्तार अंसारी के खिलाफ हत्या से लेकर जबरन वसूली तक के 65 मामले थे दर्ज
न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, मुख्तार अंसारी के खिलाफ हत्या से लेकर जबरन वसूली तक के 65 मामले दर्ज थे, फिर भी वह विभिन्न राजनीतिक दलों के टिकट पर पांच बार विधायक चुना गया. 1963 में एक प्रभावशाली परिवार में जन्मे अंसारी ने राज्य में पनप रहे सरकारी ठेका माफियाओं में खुद को और अपने गिरोह को स्थापित करने के लिए अपराध की दुनिया में प्रवेश किया. 1978 की शुरुआत में महज 15 साल की उम्र में अंसारी ने अपराध की दुनिया में कदम रखा.
अंसारी खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 506 (आपराधिक धमकी) के तहत गाजीपुर के सैदपुर थाने में पहला मामला दर्ज किया गया था. फिलहाल मुख्तार अंसारी पर विभिन्न अदालतों में 21 मुकदमे लंबित थे.
(भाषा से भी इनपुट)
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