Mukhtar Ansari Death: कौन है वो महिला, जिसके लिए मुख्तार अंसारी का मरना बना होली का त्योहार?
Mukhtar Ansari Died: मुख्तार अंसारी की गुरुवार को मौत हुई है, जिसके बाद शनिवार सुबह उसे गाजीपुर जिले के मोहम्मदाबाद यूसुफपुर कस्बे के कालीबाग कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-खाक कर दिया गया.
Mukhtar Ansari News: मुख्तार अंसारी की मौत के बाद से गाजीपुर का एक परिवार ऐसा है, जिसके लिए ये खबर खुशखबरी है. परिवार का एक युवक ऐसा है, जिसके लिए मुख्तार की मौत मन्नत का पूरा होना है, जबकि एक महिला ऐसी है, जिसके लिए उसकी मौत होली का त्योहार हो गया है. दरअसल, हम जिस युवक की बात कर रहे है वो पीयूष राय हैं, जिनके पिता कृष्णानंद राय की हत्या में मुख्तार का हाथ था. वहीं, कृष्णानंद की पत्नी अल्का राय वो महिला हैं, जिन्होंने कहा है कि वह अब होली का त्योहार मना पाएंगी.
दरअसल, 29 नवंबर 2005 को गाजीपुर में मोहम्मदाबाद सीट से बीजेपी के बाहुबली विधायक कृष्णानंद राय शाम के समय सिहाड़ी इलाके में एक क्रिकेट टूर्नामेंट का उद्घाटन करके लौट रहे थे. अचानक उनकी नजर घात लगाकर इंतजार कर रहे हमलावरों पर गई. गाड़ी का पहिया रूका और गोलियों की बौछार शुरू हो गई. हमलावरों के पास एके 47 रायफल थी. 400 से 500 राउंड फायरिंग हुई. इस हत्याकांड ने यूपी ही नहीं, बल्कि पूरे देश को हिलाकर रख दिया. देश में एक विधायक का ऐसा मर्डर पहले कभी नहीं हुआ था.
कृष्णानंद राय के शरीर से निकली 60 से ज्यादा गोलियां
कृष्णानंद राय की किस्मत खराब रही, क्योंकि वह उस दिन बुलेटप्रूफ गाड़ी में नहीं थे. हमलावर बेहद पेशेवर थे. 60 से ज्यादा गोलियां कृष्णानंद राय के जिस्म में उतार दी गई थीं. विधायक की गाड़ी को चारों तरफ से घेरकर मैगजीन खाली कर दी गई. बसनिया गांव के करीब हुए इस शूटआउट से लखनऊ टू दिल्ली बवाल मच गया. इस हत्याकांड की वजह से देश को सन्न था ही, साथ ही साथ राय परिवार भी सकते में था. पूरे परिवार का रो-रोकर बुरा हाल हो गया था. गाजीपुर में माहौल काफी तनावपूर्ण हो गया.
किन अपराधियों ने कृष्णानंद राय हत्याकांड को अंजाम दिया?
पुलिस रिकॉर्ड्स और गवाहों के मुताबिक गोली चलाने वाले लोगों में मुन्ना बजरंगी, फिरदौस, अताउर्रहमान उर्फ बाबू, संजीव माहेश्वरी उर्फ जीवा, विश्वास नेपाली और राकेश पांडेय उर्फ हनुमान पांडेय जैसे कुख्यात शूटर्स थे. ये मर्डर मुख्तार अंसारी के ऑर्डर पर हुआ था. वारदात के वक्त वो जेल में था. मुख्तार फोन से अपने सबसे बड़े दुश्मन के खात्मे का अपडेट ले रहा था और दे रहा था तब शायद पहली बार मुख्तार के मुंह से किसी ने जय श्री राम सुना.
मुख्तार ने अपने शूटर अभय सिंह से बात करते हुए कहा था, "दोनों तरफ से मुकाबला चल रहा है. जय श्री राम. हेलो...काट लिए...मुट्ठी में हैं." वायरल ऑडियो रिकॉर्डिंग में मुख्तार अंसारी कह रहा था कि चोटी काट ली गई है. प्रत्यक्षदर्शियों का बयान है कि कृष्णानंद राय की हत्या करके शूटर संजीव जीवा ने उनकी चोटी काट ली थी. इस हत्याकांड के 19 साल बाद 28 मार्च को जब मुख्तार के मौत की खबर आई तो कृष्णानंद राय के परिवार का ठंडक मिली.
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