नई दिल्ली: तृणमूल कांग्रेस से निलंबित नेता मुकुल रॉय के बीजेपी में शामिल होने की अटकलें तेज हो गई हैं. दरअसल आज केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली और मुकुल रॉय की दिल्ली में मुलाकात हुई है. सूत्रों के मुताबिक इस मुलाकात के बाद मुकुल रॉय के बीजेपी में शामिल होने की संभावनाएं और बढ़ गई हैं. हालांकि मुकुल रॉय राज्यसभा की सदस्यता से इस्तीफा देने के लिए दिल्ली आए हुए हैं पर सियासी गलियारों में ये चर्चाएं गर्म हैं कि मुकुल रॉय बीजेपी में शामिल होने जा रहे हैं. आज जेटली से मुलाकात करने से इन सरगोशियों को हवा मिल गई.


पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी की अगुवाई वाली तृणमूल कांग्रेस ने कुछ दिन पहले मुकुल रॉय को पार्टी से निलंबित कर दिया था. वहीं कल मुकुल रॉय ने कहा था कि उनके पास पंचायत चुनावों के हर चरण में हर सीट के लिए काबिल उम्मीदवार हैं.  वो इस बारे में राज्यसभा की सदस्यता से इस्तीफा देने के बाद ही फैसला कर सकेंगे.


बीजेपी को बताया था सेकुलर पार्टी
आपको बता दें कि पिछले कई दिनों से मुकुल रॉय बीजेपी को एक धर्मनिरपेक्ष पार्टी बताने जैसे कई बयान दे चुके हैं. रॉय ने बीजेपी को एक धर्मनिरपेक्ष पार्टी बताते हुए कहा था कि शुरुआती दिनों में टीएमसी के लिए भारतीय जनता पार्टी जैसी राष्ट्रीय पार्टी के समर्थन के बगैर सफलता हासिल करना मुश्किल था. हालांकि सूत्रों का ये भी कहना है कि कभी ममता बनर्जी के करीबी रहे मुकुल रॉय फिलहाल अपनी एक अलग पार्टी बना सकते हैं. पश्चिम बंगाल में अगले साल होने वाले पंचायत चुनावों में उनकी पार्टी ताकत दिखाने के लिए चुनावी समर में उतर सकती है.


वहीं तृणमूल कांग्रेस ने निलंबित पार्टी नेता मुकुल रॉय पर आरोप लगाया है कि वो बीजेपी को खुश करना चाहते हैं. 1998 में भाजपा के साथ गठबंधन इसलिए किया गया था क्योंकि तब के प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने पार्टी की राजनीति से ऊपर देश के नेतृत्व के लिए काम किया था. अभी के हालातों में ऐसा नहीं है.