कोविड-19 वैक्सीन का पहला डोज लगवाने के चंद घंटों में एक 65 वर्षीय शख्स की मौत हो गई. सनसनीखेज घटना सोमवार को मुंबई के गोरेगांव की है. खबरों के मुताबिक, शख्स को कोविड-19 वैक्सीन का डोज जोगेश्वरी के मिल्लत नर्सिंग होम में लगाया जा रहा था. डोज लगने के बाद थोड़ी ही देर में शख्स कुर्सी से गिरा, बाद में उसे आईसीयू में भर्ती कराया गया.
लेकिन, टीकाकरण के डेढ़ के अंदर उसकी मौत हो गई. मुंबई में इस तरह का ये पहला मामला है. निगम के स्वास्थ्य विभाग ने फौरी तौर पर पुष्टि करने से इंकार कर दिया कि शख्स की मौत कोविड-19 वैक्सीन के कारण हुई. उसे सीरम इंस्टीट्यूट की कोविशील्ड वैक्सीन का 0.5 मिलीलीटर डोज दिया गया था.
'शख्स को कई चिह्नित बीमारी थी'
ये वैक्सीन से जुड़ी शहर में पहली मौत की घटना है. हालांकि, अधिकारियों ने कहा है कि इस घटना का मात्र कोविड-19 वैक्सीन से जुड़ा होने को नहीं लिया जा सकता, और मौत के कारण का पता लगाने के लिए जल्द ही जांच शुरू की जाएगी. BMC के हवाले से एक अग्रणी अखबार ने रिपोर्ट दी, "शख्स को हाइपरटेंशन, डायबिटीज, दिल संबंधी रोग समेत कई चिह्नित बीमारियां थीं." ये पहली बार नहीं है जब एक शख्स की मौत कोरोना वायरस के खिलाफ कोविड-19 वैक्सीन का डोज लेने से हुई हो.
1 मार्च से अभियान का दूसरा चरण
इससे पहले, 60 वर्षीय महिला की मृत्यु बड़वानी जिले में कोविड-19 वैक्सीन का दूसरा डोज लेने के बाद चंद घंटों में हो चुकी है. महिला स्वास्थ्य विभाग में क्लर्क के पद पर तैनात थी. एक अन्य घटना में 23 वर्षीय MBBS के छात्र को भी कोविड-19 वैक्सीन लेने के बाद जान चली गई थी. रिपोर्ट के मुताबिक, छात्र MBBS के तीसरे साल में था और उसे कोवैक्सीन का पहला डोज दिया गया था. भारत में 1 मार्च को दूसरे चरण के शुरू हुए टीकाकरण अभियान में 60 वर्ष से ऊपर और चिह्नित बीमारी वाले 45 साल से ऊपर के लोगों को प्राथमिकता दी जा रही है.
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