मुंबई: मुंबई में इस साल जनवरी और फरवरी महीने में सामने आए कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामलों में से कम से कम 90 फीसदी ऊंची इमारतों में रहने वालों लोगों से संबंधित हैं, जबकि बाकी 10 फीसदी झुग्गी-बस्ती और चॉल में रहने वाले लोग हैं. बृह्नमुंबई महानगर पालिका (बीएमसी) ने यह जानकारी दी.


हालांकि, बीएमसी अधिकारियों का कहना है कि इस महीने परिस्थिति में थोड़ा बदलाव आया है और अब झुग्गी-बस्ती में मरीजों की संख्या बढ़ रही है.


बीएमसी ने एक बयान में कहा कि इस साल के शुरुआती दो महीनों में संक्रमण के कुल 23 हज़ार 2 मामले सामने आए, जिनमें से 90 फीसदी संक्रमित लोग इमारतों के निवासी थे, जबकि 10 फीसदी झुग्गी-बस्ती और चॉल में रहने वाले लोग हैं.


इसके मुताबिक, इस महीने की शुरुआत से शहर में कोरोना वायरस कंटेनमेंट जोन में 170 फीसदी जबकि सील की गई इमारतों की संख्या में 66 फीसदी से अधिक का इजाफा हुआ है. बीएमसी के मुताबिक, मुंबई में एक मार्च को 10 कंटेनमेंट जोन थे और 137 इमारतों को सील किया गया था. इसी तरह, 10 मार्च को कंटेनमेंट जोन की संख्या बढ़कर 27 हो गई और सील की गई इमारतों की संख्या बढ़कर 228 तक पहुंच गई.


मुंबई में गुरुवार तक कोरोना वायरस संक्रमण के सामने आए कुल मामलों की संख्या 3 लाख 38 हज़ार 631 थी, जबकि मृतकों की संख्या 11 हज़ार 515 थी.


महाराष्ट्र में फिर बढ़ रहे मामले


महाराष्ट्र में एक बार फिर कोरोना के मामलों में तेज़ी देखी जा रही है. गुरुवार रात करीब आठ बजे जारी बुलेटिन के मुताबिक, पिछले 24 घंटे में 14,317 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हुए. इतने ही समय में 57 लोगों की मौत हुई है. राज्य में अब तक 22 लाक 66 हज़ार 374 लोग कोरोना से संक्रमित हुए हैं. इनमें से 21 लाख 6 हज़ार 400 लोग ठीक हो चुके हैं. 52 हज़ार 667 लोगों की मौत हुई है.


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