मुंबई:  मुंबई में एक समाजसेवी ने एक बिल्डर का स्टिंग किया  है. समाजसेवी का आरोप है कि बिल्डर ने घोटाला छिपाने के लिए 11 करोड़ की रिश्वत देने की पेशकश की थी. बिल्डर घूस का एक करोड़ देने पहुंचा तो समाजसेवी ने स्टिंग ऑपरेशन कर दिया. वहीं, बिल्डर ने इन सभी आरोपों को झूठा बताया है.


मुंबई के समाजसेवी संदीप येवले भूमि नाम से एक एनजीओ चलाते हैं. संदीप का दावा है कि विक्रोली पार्क साइट इलाके में स्लम रिहैबिल्टेशन अथॉरिटी के एक प्रोजेक्ट में धांधली का खुलासा न करने के एवज में ओमकार बिल्डर की तरफ से घूस में 40 लाख रुपए दिए गए हैं.



इन 40 लाख रुपयों को बिल्डर के दो लोग जब देने पहुंचे तब संदीप ने उनका स्टिंग ऑपरेशन कर लिया. स्टिंग में दो शख्स संदीप येवले को 500 के नोटों की कुल 6 गड्डियां थमाते दिख रहे हैं. संदीप के मुताबिक, ये स्टिंग 31 मई का है. यानी अब से करीब डेढ़ महीने पहले का. संदीप के मुताबिक इस 40 लाख से पहले भी आरोपी बिल्डर ने 60 लाख रुपये दिए थे.



दरअसल मुंबई हनुमान नगर में करीब 64 हजार मीटर जमीन है. ये जमीन महाडा यानी महाराष्ट्र हाउसिंग एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी की है. जहां पर 15 सोसायटी हैं, जिसमें 2500 परिवार रहते हैं. यहां पर स्लम रिडेवलपमेंट का काम किया जाना है. संदीप के मुताबिक नियमों को ताक पर रखकर ओमकार बिल्डर काम कर रहा था.


संदीप का दावा है कि बस्ती में रहने वाले को मनाने और आरटीआई न करने के एवज में 11 करोड़ की घूस की पेशकश की गई थी. हालांकि ओमकार बिल्डर के डायरेक्टर कौशिक मोरे संदीप के आरोपों को बेबुनियाद बता रहे हैं. कौशिक का दावा है कि स्लम में रहने वालों को किराया बांटने के लिए संदीप को पैसे दिए गए थे.



संदीप येवले के मुताबिक, बिल्डर के साथ मिलीभगत में महाडा के अधिकारी भी शामिल हैं. घूसखोरी मामले में अभी तक तक पुलिस की ओर से कोई कार्रवाई नहीं हुई है. घूस की रकम को संदीप ने सीएम रिलीफ फंड और नाथा पाटेकर की संस्था को देने का एलान किया है.