नई दिल्ली: मुंबई में एक डॉक्टर ने कोरोना वायरस को मात देकर फिर से क्लीनिक खोल दिया है. उनका कहना है कि डॉक्टरी पेशा लोगों की सेवा करने का अच्छा मौका है. 23 अप्रैल को डॉक्टर कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे. कोरोना वायरस से पैदा हुए लॉकडाउन के बीच जब डॉक्टर मरीजों के लिए क्लीनिक बंद कर चुके हैं, ऐसे में मुंबई के धरावी में क्लीनिक चलाने वाले डॉक्टर लोगों के लिए मैदान में दोबारा आ गए हैं.


44 वर्षीय अभय तावड़े कोविड-19 को मात देकर लोगों का फिर से इलाज करने के काम में जुट गए हैं. उन्होंने अप्रैल महीने में मुंबई म्यूनिसिपिल की मदद करने के लिए कोविड-19 का हॉट स्पॉट बन चुके स्लम में मुहिम शुरू की. लोगों की स्क्रीनिंग करने के लिए तावड़े दिन में दो बार आठ घंटे के लिए क्लीनिक खोलते. इस तरह प्रत्येक दिन अपनी क्लीनिक पर करीब 100 मरीजों की स्क्रीनिंग करते. 23 अप्रैल को उनके अंदर जब कोरोना वायरस पॉजिटिव का मामला उजागर हुआ तब उन्हें धरावी के जय अस्पताल में भर्ती कराया गया.


6 मई को दूसरी बार जब उनका जांच हुआ तो रिपोर्ट निगेटिव आई. एक सप्ताह आराम करने के बाद तावड़े ने अपनी क्लीनिक लोगों के लिए दोबारा खोलने का फैसला किया. अपने क्लीनिक पर कोविड-19 के लक्षण मिलनेवाले मरीजों को रेफर करने के काम में डॉक्टर मुस्तैद हो गए हैं.


डॉक्टर तावड़े कहते हैं, “मेरा इम्यून सिस्टम मजबूत था, इसलिए कुछ नहीं हुआ. मैं धरावी में दोबारा लोगों के लिए आ गया हूं. इस तरह मैं समाज की सेवा कर सकता हूं. मुझे जरा भी डर नहीं है.” हालांकि उनके साथ मदद करनेवाले दो अन्य डॉक्टर अभी ठीक नहीं हुए हैं. दोनों कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद इलाज करवा रहे हैं.


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