'टॉप क्लास मेडल' चाहता था मुंबई हमलों का आरोपी तहव्वुर राणा, लश्कर आतंकियों के लिए भी मांगा सम्मान
तहव्वुर राणा ने हमले में मारे गए लश्कर-ए-तैयबा के नौ आतंकवादियों को पाकिस्तानी सेना का सर्वोच्च सम्मान देने की मांग भी की थी.अमेरिका सरकार ने 28 सितंबर को अपने प्रस्ताव में राणा को भारत प्रत्यर्पित किए जाने का समर्थन किया था.
नई दिल्ली: मुंबई हमले की साजिश रचने के आरोपी पाकिस्तानी मूल के कनाडाई कारोबारी तहव्वुर राणा के प्रत्यर्पण के मामले में 12 फरवरी को एक अमेरिकी फेडरल कोर्ट सुनवाई करने वाला है. अमेरिकी सरकार ने कोर्ट को बताया है कि तहव्वुर राणा मुंबई के 2008 के आतंकवादी हमलों में अपने रोल के लिए ‘टॉप क्लास का मेडल’ चाहता था. इतना ही नहीं, उसने हमले में मारे गए लश्कर-ए-तैयबा के नौ आतंकवादियों को पाकिस्तानी सेना का सर्वोच्च सम्मान देने की मांग भी की थी.
भारत के राणा के प्रत्यर्पण के समर्थन में लॉस एंजिल्स में अदालत के सामने अमेरिकी अटॉर्नी निकोला टी हन्ना ने कहा कि राणा, हेडली, लश्कर के सदस्यों और अन्य सह-षड्यंत्रकारियों की योजनाएं 26 नवंबर और 29 नवंबर, 2008 को सामने आईं. जब लश्कर के दस सदस्यों ने बारह समन्वित शूटिंग और बमबारी हमलों की एक श्रृंखला को अंजाम दिया.
अमेरिका ने किया भारत का समर्थन
राणा के पास प्रत्यर्पण के अनुरोध के विरोध में याचिका दायर करने के लिए 21 दिसंबर तक का समय है. अमेरिका सरकार के पास इसका उत्तर दायर करने के लिए एक और महीने का समय होगा. अमेरिका सरकार ने 28 सितंबर को अपने प्रस्ताव में राणा को भारत प्रत्यर्पित किए जाने का समर्थन किया था.
आतंकी पर क्या-क्या आरोप हैं?
भारत में उसके खिलाफ युद्ध छेड़ने, आतंकवादी गतिविधि को अंजाम देने, युद्ध छेड़ने का षड्यंत्र रचने और हत्या करने समेत कई मामलों में आरोप तय किए गए हैं.
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