Mumbai: क्रिप्टोकरेंसी में निवेश का लालच देकर बैंक अधिकारी से 2 करोड़ की ठगी
Cryptocurrency: पुलिस के मुताबिक के मुताबिक आरोपी ने पीड़ित बैंक अधिकारी को क्रिप्टोकरेंसी में अधिक लाभ दिलाने का वादा करके करीब 2 करोड़ रुपये ठग लिए.
Cyber Crime: क्रिप्टोकरेंसी का चलन आजकर तेजी के साथ बढ़ता जा रहा है. लोगों को अभी भी इस डिजिटल करेंसी के बारे में बहुत ज्यादा जानकारी नहीं है, इसी के चलते वे ठगी का शिकार भी हो जाते हैं. ऐसा ही एक मामला मुंबई में सामने आया है. यहां एक बैंक अधिकारी को क्रिप्टोकरेंसी में निवेश का झांसा देकर उसे करीब दो करोड़ रुपये की चपत लगा दी गई.
मुंबई पुलिस की साइबर क्राइम की टीम अब पूरे मामले की जांच करने में लगी है. पुलिस के मुताबिक के मुताबिक आरोपी ने पीड़ित बैंक अधिकारी को क्रिप्टोकरेंसी में अधिक लाभ दिलाने का वादा करके करीब 2 करोड़ रुपये ठग लिए. ज्यादा रिटर्न मिलने के लालच में पीड़ित बैंक अधिकारी ने ज्यादा से ज्यादा निवेश करना चाहा.
सब कुछ क्रिप्टोकरेंसी में लगा दिया
पीड़ित ने क्रिप्टो में निवेश के लिए अपनी पूरी सेविंग ठग को दे दी. इतना ही नहीं उसने अपना फ्लैट भी गिरवी रख दिया, यहां तक की बैंक से कर्ज भी ले लिया. शिकायतकर्ता ने पुलिस को बताया कि क्रिप्टोकरेंसी के बारे में उसका दोस्त उससे बातें कर रहा था. तभी एक व्यक्ति का फोन आया जिसने उससे पूछा कि क्या वह क्रिप्टो में रुचि रखता है? कॉल करने वाले ने टेलीग्राम एप पर एक ग्रुप में जोड़ दिया. इस ग्रुप में कई और लोग भी जुड़े हुए थे.
टेलीग्राम पर मिलती थी जानकारी
इस ग्रुप एक व्यक्ति क्रिप्टोकरेंसी में निवेश की जानकारी देता था और उससे होने वाले प्रॉफिट के स्क्रीनशॉट लेकर पोस्ट किया करता था.
शिकायतकर्ता ने बताया कि साइबर जालसाजों ने उन्हें एक वॉलेट एड्रेस वाला लिंक भेजा और इसके जरिए निवेश करने को कहा. उस लिंक के जरिए ही उसने एक क्रिप्टो वॉलेट खोला और टीथर (एक लोकप्रिय क्रिप्टो सिक्का जिसका मूल्य अमेरिकी डॉलर के बराबर है) खरीदा.
पैसा मांगने पर बनाया बहाना
साइबर जालसाजों ने उसके क्रिप्टो वॉलेट पर टीथर को जमा दिखाया और वर्चुअल वॉलेट में उसके निवेश पर मुनाफा भी दिखा रहा था. शिकायतकर्ता ने बताया कि उसने दो महीने के दौरान 2.42 लाख से अधिक क्रिप्टो क्वाइंस खरीदे. हालांकि जब भी वह अपने लाभ और निवेश को वापस लेना चाहता था, उससे 'कमीशन, जीएसटी और अन्य सरकारी शुल्क' चुकाने को कहा गया. उसने कुछ शुल्क का भुगतान किया लेकिन उसे अपना पैसा वापस नहीं मिला.
पुलिस ने शुरू की जांच
जब उसने अपनी रकम लेने के लिए जोर दिया तो उसे टेलीग्राम समूह से हटा दिया गया. इसके साथ ही उसका क्रिप्टो वॉलेट भी बंद हो गया. पीड़ित की शिकायत पर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है. पुलिस ने बताया कि जिस वॉट्सऐप नंबर से उसे पहली बार फ्रॉड कॉल आया था, वह हांगकांग का लग रहा है. इसके अलावा जालसाजों तक पहुंचने के लिए पुलिस ने 70 से अधिक क्रिप्टो एक्सचेंज प्लेटफॉर्म को लेटर लिखकर क्रिप्टो वॉलेट की डिटेल मांगी है.
ये भी पढ़ें- SIM Card Aadhaar Link: साइबर अपराध से रहना चाहते हैं सुरक्षित तो आज ही चेक करें आपकी आईडी से कितने चल रहे हैं सिम!