Yakub Memon Tomb: मुंबई ब्लास्ट के गुनहगार याकूब मेमन की कब्र को लेकर विवाद शुरू हो गया है. कब्र की साज-सज्जा पर बीजेपी ने सवाल खड़ा किया है. बीजेपी ने सवाल उठाया है कि आखिर एक गुनहगार की कब्र को क्यों सजाया गया है. जो शख्स सैकड़ों लोगों की मौत का जिम्मेदार था, उसकी कब्र को इतना सम्मान क्यों दिया जा रहा है?
बीजेपी नेता राम कदम ने कहा कि, ये कब्र किसी पीरबाबा की नहीं बल्कि 93 मुंबई ब्लास्ट के गुनहगार याकूब मेमन की है. एक गुनहगार की कब्र को सफेद मार्बल लगाकर मजार बना दी गई है. सवाल उठ रहा है कि 93 ब्लास्ट के गुनहगार के कब्र की ऐसी साज-सज्जा क्यों? बता दें कि 12 मार्च 1993 को अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के इशारे पर मुंबई में सीरियल बम धमाके किए गए थे. जिसमें 257 लोगों की मौत हो गई थी और 700 लोग घायल हो गए थे.
कौन है याकूब मेमन?
याकूब मेमन 93 मुंबई ब्लास्ट का दोषी है. जिसे 2015 में फांसी की सजा दी गई थी. जिसके बाद उसे 30 जुलाई 2015 को दक्षिण मुंबई के बड़ा कब्रिस्तान में दफनाया गया था. याकूब इकलौता दोषी था जिसे फांसी की सजा दी गई थी. अब उसी याकूब की कब्र को मजार में तब्दील करने की कोशिश होने लगी है. मार्बल स्टोन से बनी इस कब्र पर एलईडी बत्तियां लगाई गईं. जो हमेशा जलती रहती हैं. 24 घंटे इसकी पहरेदारी होती है.
आमतौर पर किसी कब्र की खुदाई 18 महीने बाद कर दी जाती है, लेकिन याकूब की कब्र की खुदाई 5 साल बाद भी नहीं हुई. याकूब की कब्र को लेकर पहले भी सवाल उठते रहे हैं. याकूब के चचेरे भाई मोहम्मद अब्दुल रऊफ मेमन ने एलटी मार्ग पुलिस में शिकायत दर्ज कराई. आरोप लगाया गया था कि ट्रस्टियों के कब्रिस्तान ने याकूब मेमन की कब्रगाह को 5 लाख रुपये में बेचा. तो सवाल उठता है कि क्या कब्र पर मेमन के परिवार का अधिकार है, अगर नहीं है तो कब्र को वीवीआईपी ट्रीटमेंट क्यों दिया जा रहा है.
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