मुंबई में कोरोना के बढ़ते मामलों को देख एक बार फिर एक्टिव हुई बीएमसी. वैश्विक महामारी से निपटने के लिए एक्टिव किये गए सभी कोविड सेंटर. साथ ही सभी वार्ड में एक नए कोविड सेंटर बनाने का लक्ष्य तेय किया.
अक्टूबर महीने में कोरोना की रफ्तार धीमी पड़ने के कारण बीएमसी ने मुंबई में कई कोविड सेंटर्स को अस्थाई रूप से डीएक्टिवेट कर दिया था. लेकिन एक बार फिर से कोरोना के बढ़ते मामलों को देख मुंबई में मौजूद सभी कोविड सेंटर्स को बीएमसी के एक्टिवेट किये जा चुके है. लंबे वक्त तक कोरोना कैपिटल रही मुंबई में मौजूद देश का सबसे बड़ा कोविड जंबो सेंटर भी अब फिरसे मुम्बई को दूसरी लहर से बचाने के लिए तैयार है.
बेड्स और स्टाफ की संख्या बढ़ा दी गई है- डीन
बीकेसी जंबो सेंटर के डीन राजेश डेरे के मुताबिक बीएमसी के मिले निर्देश के अनुसार कोविड सेंटर में काम की शुरूआत हो चुकी है. मुंबई में मौजूदा कोरोना की स्तिथि को देखते हुए बेड्स और स्टाफ की संख्या बढ़ा दी गई है. स्टाफ को एक्टिवेट कर दिया गया है. सभी चीज़ों का खास ध्यान रखा जा रहा है. डॉक्टर डेरे का कहना है की कोविड सेंटर रूम में टास्क फोर्स रूम से निगारनी रखी जा रही है. मुंबई में कोरोना के दूसरे लहर से निपटने के लिए अकेले बीकेसी जंबो सेंटर में 2 हजार से अधिक बेड्स उपलब्ध है. जिसमें 100 से अधिक ICU बेड्स और डायलिसिस मरीज के लिए बेड्स प्रयाप्त संख्या में मौजूद है.
बीएमसी की तैयारी पूरी है- सुरेश काकानी
मुंबई में अगर बीएमसी के चलाए जा रहे सेंटर में बेड्स के आकड़ों पर नज़र डालें तो कुल मिलाकर 70,518 बेड्स उपलब्ध है. जिसमे से 13,136 बेड एक्टिव है. 9,757 बफर बेड है और बाकी बेड्स डीएक्टिवेट थे जिन्हें अब एक्टिव कर दिया गया है. वही अगर कोविड अस्पताल की बात करें तो कोविड अस्पतालो में 11, 205 है जिसमे से 7,915 बेड्स खाली पड़े है.
वहीं बीएमसी के अतरिक्त आयुकित सुरेश काकानी का कहना है कि बढ़ते मामलों के साथ बीएमसी की तैयारी पूरी है. बेड्स प्रयाप्त संख्या में मौजूद है. कोविड सेंटर्स एक्टिव करने के साथ हमने कई और सुविधाएं भी बढ़ा दी है और कोरोना से लड़ने के लिए तैयार है.
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