12 लोगों की क्षमता वाली नाव से कैप्टन अनमोल ने बचाई 56 लोगों की जान
Mumbai Boat Accident: मुंबई में बुधवार की दोपहर गेटवे ऑफ इंडिया से एलीफेंटा द्वीप की ओर जा रही एक नौसेना की नौका के दुर्घटनाग्रस्त हो जाने से 14 लोगों की मौत हो गई थी.

Mumbai Boat Accident मुंबई में बुधवार (18 दिसंबर) को गेटवे ऑफ इंडिया से एलिफेंटा जा रही नाव के डूबने से अब तक 14 लोगों की मौत हो गई है. मृतकों में 4 नेवी कर्मी और 10 सिविलियंस थे. सभी 14 शवों की पहचान हो गई है.
मुंबई के तट पर तीन दिन पहले नौसेना की नाव द्वारा नौका को टक्कर मारने के बाद लापता हुए सात साल के लड़के की तलाश के लिए अभियान जारी है. मुंबई पुलिस ने बताया है कि 2 घायलों समेत 98 लोगों को बचा लिया गया है. इसी बीच शिप पायलट कैप्टन अनमोल श्रीवास्तव ने बताया कि कैसे उन्होंने 56 लोगों की जान बचाई.
'एसओएस कॉल से मिली जानकारी'
शिप पायलट कैप्टन अनमोल श्रीवास्तव ने बताया कि बुधवार को जब वो ड्यूटी पर थे तो उन्हें दोपहर 1.45 बजे एक मालवाहक जहाज को एस्कॉर्ट करना था, लेकिन कार्गो को लोड करने में समय लगने के कारण इसमें एक घंटे की देरी हो गई. जब वे जहाज को एस्कॉर्ट करने के बाद बंदरगाह पर लौट रहे थे, तो उन्हें रेडियो पर डूबती हुई नौका के बारे में एक एसओएस कॉल मिली. उन्होंने बताया, "हमें एहसास हुआ कि हम पांच मिनट के भीतर उस स्थान पर पहुंच सकते हैं और हमने तुरंत वहां पहुंचने की कोशिश शुरू कर दी है."
मौके पर पहुंचने के बाद कैप्टन श्रीवास्तव ने पाया कि नौका लगभग पूरी तरह डूब चुकी थी, और बच्चे समेत यात्री नौका के बचे हुए हिस्सों से बुरी तरह चिपके हुए थे. बिना किसी देरी के कैप्टन श्रीवास्तव और उनके दल ने तुरंत कार्रवाई शुरू कर दी, और जीवित बचे लोगों को नाव पर खींचने के लिए लाइफबॉय, लाइफ जैकेट और स्टील की सीढ़ियां उतारीं. उन्होंने बताया कि लोग सदमे में थे और घबराए हुए थे. हर कोई नाव में चढ़ना चाहता था, लेकिन हमने सबसे पहले बच्चों को, फिर बुजुर्ग महिलाओं को और फिर पुरुषों को चढ़ने को कहा.
बचाई 57 लोगों की जान
उन्होंने बताया कि उनकी नाव में सिर्फ़ 12 लोगों को ले जाने की क्षमता थी, लेकिन अपने अनुभव का इस्तेमाल करते हुए वो 57 लोगों को जहाज पर ले गए. इस साहसिक बचाव अभियान के बारे में बताते हुए श्रीवास्तव ने कहा, "एक नाविक के रूप में, मुझे SOLAS (समुद्र में जीवन की सुरक्षा) के सिद्धांतों का पालन करने के लिए प्रशिक्षित किया गया है. किस्मत से हम दुर्घटना स्थल के पास थे."
गणतंत्र दिवस पर मिलेगा सम्मान
जवाहरलाल नेहरू बंदरगाह प्राधिकरण (जेएनपीए) ने घोषणा की है कि कैप्टन श्रीवास्तव को उनकी असाधारण बहादुरी और सेवा के लिए गणतंत्र दिवस पर सम्मानित किया जाएगा. बता दें कि मुंबई के तट पर तीन दिन पहले नौसेना की नाव द्वारा नौका को टक्कर मारने के बाद लापता हुए सात साल के लड़के की तलाश के लिए अभियान शनिवार को भी जारी है. एक अधिकारी ने यह जानकारी दी. अधिकारी ने कहा कि खोज एवं बचाव अभियान कम से कम शनिवार शाम तक जारी रहेगा.
ट्रेंडिंग न्यूज
टॉप हेडलाइंस

