नई दिल्ली: तेल की कीमतों को लेकर सरकार के खिलाफ हल्ला बोल जारी है. कांग्रेस ने देश के अलग-अलग हिस्सों में प्रदर्शन किया. मुंबई में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बैलगाड़ी पर चढ़कर तेल की बढ़ती कीमतों के खिलाफ प्रदर्शन किया. इस दौरान बैलगाड़ी टूट गई और कांग्रेस के कार्यकर्ता नीचे गिर गए. देहरादून में भी कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों को लेकर विरोध प्रदर्शन किया.
पश्चिम बंगाल में पेट्रोल-डीज़ल की बढ़ती कीमतों के खिलाफ तृणमूल कांग्रेस कोलकाता में दो दिवसीय धरना दे रही है. राज्य के परिवहन मंत्री फिरहाद हकीम ने कहा, "जब से मोदी सरकार आई है वो जन विरोधी गतिविधियां कर रही है. जब तक मोदी सरकार को होश नहीं आ जाता, हम इसका विरोध करते रहेंगे."
वहीं, दक्षिण-24 परगान में सागर विधानसभा क्षेत्र के मंदिरतला बाजार में टीएमसी कार्यकर्ताओं ने बाईक में आग लगाकर और लकड़ी के चूल्हे पर खाना बनाकर पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया.
कीमतों में उछाल
दिल्ली में पेट्रोल और डीजल की खुदरा कीमतें शनिवार को 35 पैसे और 26 पैसे प्रति लीटर की तेजी के साथ क्रमश: 100.91 रुपये और 89.88 रुपये प्रति लीटर की नई ऊंचाई पर पहुंच गई. इस वृद्धि के साथ, अब डीजल की कीमतें पूरे देश में शतक के निशान को छूने के बहुत करीब पहुंच गई हैं. राजस्थान और मध्य प्रदेश के कुछ शहरों में ईंधन पहले से ही 100 रुपये प्रति लीटर से अधिक है.
मुंबई शहर में जहां 29 मई को पेट्रोल के दाम पहली बार 100 रुपये के पार चले गए, वहीं शनिवार को पेट्रोल की कीमत 106.93 रुपये प्रति लीटर की नई ऊंचाई पर पहुंच गई. शहर में डीजल की कीमतें भी बढ़कर 97.44 रुपये प्रति लीटर हो गईं, जो महानगरों में सबसे ज्यादा है. देश भर में भी शनिवार को पेट्रोल और डीजल की कीमतों में वृद्धि हुई, लेकिन कई राज्यों में स्थानीय करों के स्तर के आधार पर इसकी खुदरा कीमतें अलग-अलग थीं.
सभी महानगरों में पेट्रोल की कीमतें अब 100 रुपये प्रति लीटर को पार कर गई हैं और ओएमसी अधिकारियों ने कहा कि अगर अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर तेल की कीमतों में मजबूती जारी रही, तो ईंधन की कीमत और बढ़ सकती है.
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