मुम्बईः महाराष्ट्र के मुम्बई में इन दिनों गरमा-गरम लंच ऑफ़िसों और स्कूलों तक पहुंचाने के लिए मशहूर डिब्बा वाला संगठन काफी चर्चा में है. दरअसल मुम्बई के डिब्बा वाला संगठन के सुभाष तलेकर पर धोखाधड़ी का आरोप लगाया गया है. सुभाष तलेकर पर धोखाधड़ी का मामला मुंबई के घाटकोपर पुलिस स्टेशन में दर्ज है.


फिलहाल धोखाधड़ी के मामले में घाटकोपर पुलिस ने सुभाष तलेकर को गिरफ्तार कर लिया है. जिसकी आज विक्रोली कोर्ट में पेशी होने वाली है. बताया जा रहा है कि सुभाष ने 5 साल पहले कुछ साईकल पर चलने वाले डब्बेवालों को बहला फुसलाकर फॉर्म पर साइन करवाया था. वहीं अब इन लोगों को पता चला है कि उनके नाम पर लोन लिया गया. जिसकी वसूली के लिए नोटिस आया है.


मामला क्या है ?


ये मामला 2015 से शरू हुआ था, जब सुभाष तलेकर और बाकी आरोपी ने साईकल पर चलने वाले डब्बेवाले को कहा कि तुम लोगों को स्कूटर फ्री में मिलेगा, इसके लिए इनलोगों का फॉर्म भरा गया और डाक्यूमेंट्स लिया गया, लेकिन काफी दिनों तक स्कूटर नहीं मिला तो इन लोगों ने अपनी स्कूटर मांगना शरू किया.


जिसके बाद इन शिकायतकर्ताओं के पास नोटिस आने लगा कि आप ने लोन लिया है, उसको वापस नहीं करने पर कानूनी कारवाई की जाएगी. जिसके बाद ये मामला पुलिस स्टेशन पहुंचा और धोखाधड़ी का मामला दर्ज हुआ.


फ्लिपकार्ट भी लेती है मुंबई के डब्बेवालों की मदद


बता दें कि मुंबई डब्बावाला असोसिएशन के अनुसार मुंबई के डब्बेवाले पिछले कई दशकों से खाने की डिलिवरी लोगों की सेवा समझ कर करते आ रहें हैं. डब्बेवाले दिन में करीब 2 लाख़ से भी ज़्यादा डब्बों को सही समय पर पहुंचाते हैं. भारत की बड़ी ई कॉमर्स कंपनी 'फ्लिपकार्ट' भी मुंबई के डब्बेवालों के साथ मिलकर काम करती है. फ्लिपकार्ट अपने सामान की डिलीवरी को सही समय पर पहुंचाने के लिए मुंबई के डब्बेवालों का सहारा लेती है.


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