मुंबई: मुंबई के रेलवे स्टेशन ‘मुंबई सेंट्रल’ का नाम जल्द ही बदलकर नाना शंकरसेठ स्टेशन होने वाला है. हाल ही महाराष्ट्र सरकार ने एक प्रस्ताव पास करके उसे पश्चिम रेल के पास भेजा है. नाना शंकरसेठ मुंबई के एक मशहूर समाजसेवी और लोकोपकारक थे. उन्होंने अपने पैसे से कई जनोपयोगी संस्थान बनवाये थे. उन्हीं के सम्मान में स्टेशन को उनका नाम दिया जा रहा है.
मुंबई सेंट्रल शहर की वेस्टर्न लाईन का एक प्रमुख स्टेशन है. तेज लोकल ट्रेनें तो यहां रूकती ही हैं, यहां से देशभर में मेल और एक्सप्रेस ट्रेनें भी आती जाती हैं. अंग्रेजों के शासनकाल में इस स्टेशन को बेलासिस रोड कहा जाता था. उसके बाद इसका नाम बदलकर बॉम्बे सेंट्रल कर दिया गया. 1995 में जब तत्कालीन शिवसेना-बीजेपी की गठबंधन सरकार ने शहर का नाम बदला तो इस स्टेशन का नाम भी बदल गया. अब चौथी बार इस स्टेशन का नाम बदल रहा है.
इससे पहले भी कई रेल स्टेशनों के नाम बदले गये हैं जिनका नामकरण अंग्रेजों ने किया था जैसे- विक्टोरिया टर्मिनस का नाम बदलकर छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस (सीएसएमटी) कर दिया गया और एलफिंस्टन रोड नाम बदलकर प्रभादेवी कर दिया गया.
सालों से मुंबई के कई अन्य स्टेशनों के भी नाम बदलने की मांग हो रही है जैसे चर्नी रोड की जगह उसका नाम गिरगांव किया जाये, ग्रांट रोड का नाम बदलकर गांवदेवी किया जाये, दादर का नाम बदलकर चैत्यभूमि किया जाये, सेंडहर्सट रोड का नाम डोंगरी हो और डॉकयार्ड रोड का नाम मजगांव किया जाये.
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