Mumbai: मुंबई में मलेरिया, डेंगू, गैस्ट्रो और चिकनगुनिया के मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है. एक तरफ मुंबई में कोरोना के मामले दिन प्रतिदिन कम होते जा रहे हैं वही दूसरी तरफ दूसरी बीमारियों की वजह से लोगों की परेशानी बढ़ गई है. मलेरिया, डेंगू, गैस्ट्रो और चिकनगुनिया के मरीजों की संख्या में लगातार बढ़ोत्तरी होती जा रही है. जानकारी के मुताबिक पिछले 21 दिनों में मुंबई में मलेरिया, डेंगू और गैस्ट्रो के मरीजों की संख्या तीन गुना बढ़ गयी है.


मुंबई में मलेरिया, डेंगू, गैस्ट्रो और चिकनगुनिया के मरीज बढ़े


मुंबई में मलेरिया, डेंगू, गैस्ट्रो और चिकनगुनिया के मरीजों की संख्या के आंकड़ों पर गौर करें तो 1 से 21 नवंबर के बीच मलेरिया के 234 मामले सामने आए हैं. वही इस दौरान डेंगू के 91 मामले, गैस्ट्रोएंटेराइटिस के  200 केस, चिकनगुनिया के 12 मामले, लेप्टोस्पायरोसिस के 6 मामले और स्वाइन फ्लू के एक मामले सामने आए हैं. मुंबई के लोग पिछले डेढ़ साल से कोरोना से जंग लड़ रहे हैं. सख्त नियमों का पालन कर मुंबई महानगर पालिका ने कोरोना की पहली और दूसरी लहर को बढ़ने से रोका वहीं संभावित तीसरी लहर से बचने के लिए पूरी तरह से सावधानी भी बरत रही है.


सावधानी बरतने की सलाह


हालांकि मुंबई में अब कोरोना पर बहुत काबू पा लिया गया है, लेकिन मानसून से जुड़ी बीमारियों का प्रकोप बना हुआ है. महानगर पालिका के स्वास्थ्य विभाग ने लोगों से अपील की है कि वह जिस तरह कोरोना को हराने के लिए सावधानी बरतते थे, उसी तरह से इन बीमारियों के खिलाफ भी एहतियाती कदम उठाएं.
   
डॉ. गौतम पुरोहित ने बढ़ते मानसूनी बीमारियों के बारे में कहा कि मच्छरों के कारण मानसून की बीमारियां फैलती हैं. ऐसी जगहों पर जहां पानी जमा होता है और जहां साफ सफाई आम तौर पर नहीं की जाती है वहीं से मच्छरों की संख्या संख्या बढ़ती है. लोगों को साफ सफाई कायम रखनी चाहिए वहीं फल और ताज़ी सब्जियां खानी चाहिए. अगर लोगों को बुखार आता है तो उन्हे तुरंत डॉक्टर को दिखाना चाहिए.


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