मुंबईः मुंबई में जब से कोरोना का संकट आया है ऐसा देखने को मिल रहा है कि बीएमसी में काम कर रहे कई कर्मचारी नौकरी पर नहीं आ रहे हैं. मुंबई के बीएमसी के कई सारे ऐसे अस्पताल है जहां क्लास टू क्लास थ्री के कर्मचारियों के ड्यूटी पर ना आने से अव्यवस्था बनी हुई है. इस अव्यवस्था को लेकर बीएमसी सख्त हुई है. उसने इन कर्मचारियों को नोटिस भी भेजा है. अब मुंबई की मेयर ने स्पष्ट कर दिया है कि अगर यह काम पर नहीं आते हैं तो इनको नौकरी से हटाया जाएगा.


कोरोना फैलने के बाद अस्पतालों में मरीजों की भीड़ बढ़ने लगी. ऐसे भी कई मामले आए जहां मेडिकल स्टाफ अस्पताल में काम करने वाले सफाई और दूसरे कर्मचारी विरोध करने आ गए कि कोरोना के चलते उनकी भी जान खतरे में है. सुरक्षा के इंतजाम नहीं है फिर भी देखने को मिला कि धीरे-धीरे कर्मचारी ड्यूटी पर आने से इनकार करने लगा. उसके बाद ट्रांसपोर्ट के साधनों की किल्लत से भी कई कर्मचारी ड्यूटी पर नहीं आ पा रहे थे.


अब जबकि अनलॉक हैं और ट्रांसपोर्ट के कुछ साधन उपलब्ध हैं. अभी आधे से ज्यादा कर्मचारी ऐसे हैं जो ड्यूटी पर नहीं आ रहे हैं. बीएमसी बार-बार उनको नोटिस भेज रही है और वापस गए तमाम कर्मचारी ड्यूटी पर वापस नहीं आ रहे हैं.


मुंबई की मेयर किशोरी पेडनेकर ने एबीपी न्यूज़ से बात करते हुए स्पष्ट कर दिया है कि इन कर्मचारियों को ड्यूटी से हटाया जाएगा. इनकी जगह मल्टीपरपज का जो कर्मचारी है पिछले कई सालों से काम कर रहे हैं, उनको परमानेंट किया जाएगा. बीएमसी ड्यूटी पर ना आ रहे कर्मचारियों से लगातार संवाद कर रही है पर अब सख्ती बरती जाएगी और इस सख्ती में कर्मचारी यूनियन बीएमसी के साथ है.


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