मुंबई: कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिये उठाये जा रहे कड़े कदमों के तहत महाराष्ट्र सरकार ने शुक्रवार रात से राज्य के चार शहर मुंबई, पुणे, पिंपरी-चिंचवड़ और नागपुर में जीवनावश्यक सेवाओं को छोड़ कर पूरी तरह से शटडाउन लागू किया है. हालांकि सड़कों पर भीड बेहद कम हो गई है और सभी दुकानें और दफ्तर बंद हैं, लेकिन खाने-पीने की जगहों को लेकर उलझन बनी हुई है.


मुंबई में रहने वाले लोगों का एक बड़ा तबका अपने खाने-पीने के लिये होटलों और रेस्टोरेंट्स पर निर्भर रहता है, लेकिन सरकारी आदेश के बाद ऐसे हॉटल्स और रेस्टोरेंट्स भी बंद हो गये हैं. मुंबई के अंधेरी इलाके में बृजवासी स्वीट्स नाम का रेस्टोरेंट चलाने वाले दिनेश गोयल पर मुंबई पुलिस ने 1200 रुपये का जुर्माना ठोका है. गोयल ने अपना रेस्टोरेंट खुला रखा था.


जुर्माना अदा करने के बाद गोयल ने अपना रेस्टोरेंट बंद कर दिया. गोयल के रेस्टोरेंट की तरह ही मुंबई भर में जहां जहां पुलिस को होटल और रेस्टोरेंट खुले दिख रहे हैं उन पर कार्रवाई की जा रही है और उन्हें बंद कराया जा रहा है.


रेस्टोरेंट मालिकों का मानना है कि ये ज्यादती है क्योंकि रेस्टोरेंट जीवनावश्यक सेवाओं में आते हैं. इस सिलसिले में एबीपी न्यूज़ ने जब महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे से पूछा तो उन्होंने बताया कि जरूरी सेवाओं के अलावा रेस्टोरेंट, बैंक और स्टॉक मार्केट बंद रखने के कोई आदेश नहीं हैं. टोपे ने कैमरे पर तो ये बात कह दी लेकिन जमीन पर बंदी का अमल करवा रहे सरकारी नुमाइंदों को इसकी जानकारी नहीं हैं.


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