फार्मा में एडमिशन के नाम पर कई छात्रों के साथ धोखाधड़ी, कॉलेज का प्रोफेसर ऐसे ऐंठता था पैसे
आरोपी प्रोफेसर संजय दुबे ने कई छात्रों से लाखों रुपये और सर्टिफिकेट ले लिये थे लेकिन 2 साल के बाद भी किसी भी छात्र का कही भी फार्मा में एडमिशन नहीं हुआ तो मामला पुलिस स्टेशन पहुंचा.
मुंबई में फार्मा में एडमिशन के नाम पर कई छात्रों के साथ धोखाधड़ी का मामला सामने आया है. मुंबई की कुरार पुलिस ने एक शिक्षक को गिरफ्तार किया है जो डी फार्मा में एडमिशन के नाम पर 24 से ज्यादा छात्रों के साथ धोखाधड़ी कर चुका है. पकड़ा गया शिक्षक आर. के. कॉलेज का प्रोफेसर है और वह क्रांति नगर में एक मेडिकल सेंटर चलाता है. साथ ही कॉलेज में फार्मेसी की क्लास लेता है. आरोपी शिक्षक सभी छात्रों से एडमिशन के नाम पर लाखों रुपये ठग चुका है. प्रोफेसर पर आरोप है कि उन्होंने किसी छात्र से दो लाख दस हजार लिया है तो किसी से एक लाख सत्तर हजार रुपये वसूले हैं, जिसमें शिक्षक के 60 हजार कमिशन शामिल है.
बी फार्मा में एडमिशन के नाम पर धोखाधड़ी
फिलहाल आरोपी प्रोफेसर को कुरार पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है और इस मामले की जांच में जुटी है कि शिक्षक ने मुंबई के अलावा किसी और जगह के छात्रों से एडमिशन के नाम पर पैसे तो नहीं ऐंठे हैं. कुरार पुलिस स्टेशन के क्रांति नगर इलाके में रहने वाले आशीष सरोज जैसवाल (20) आर के कॉलेज से 12वीं पास किया था और उसे फार्मा का कोर्स करना था लेकिन आशीष को कम मार्क्स की वजह से एडमिशन नहीं मिल रहा था. आशीष ने आर. के. कॉलेज के प्रोफेसर संजय केशव प्रसाद दुबे (40) से मुलाकात की तो एडमिशन कराने का उन्होंने दावा किया. लेकिन इसके लिए प्रोफेसर से उससे 1 लाख सत्तर हजार और डिग्री की ऑरिजिनल कॉपी की मांग की.
एडमिशन के नाम पर छात्रों से लाखों रुपये की ठगी
छात्र आशीष ने मार्च 2020 में पूरे पैसे और कॉलेज के सर्टिफिकेट प्रोफेसर संजय के पास जमा करा दिए. 2021 में आरोपी प्रोफेसर संजय ने बताया कि बैंगलोर सूर्या कॉलेज में उसका एडमिशन हो गया है लेकिन 2 साल तक जब आशीष का एग्जाम नहीं हुआ तो उसके साथ धोखा होने का शक हुआ. इसी तरह संजय के जान पहचान वालों में 16 छात्रों के साथ भी आरोपी संजय ने लाखों रुपये और सर्टिफिकेट ले लिये थे लेकिन 2 साल के बाद भी किसी भी छात्र का कही भी फार्मा में जब एडमिशन नहीं हुआ तो मामला पुलिस स्टेशन पहुंचा.
आरोपी प्रोफेसर गिरफ्तार
कुरार पुलिस की टीम ने आशीष और अन्य छात्रों की शिकायत के बाद आरोपी संजय दुबे को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो हैरान करने वाले खुलासे सामने आए. संजय ने पुलिस को बताया कि वह सभी बच्चों से एडमिशन के नाम पर अलग-अलग पैसे और उनके ऑरिजिनल सर्टिफिकेट लिए है. जिनमें एक एडमिशन पर संजय को 60 हजार रुपये कमीशन मिलता था. फिलहाल आरोपी संजय के खिलाफ धोखाधड़ी, विश्वासघात के मामले दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर बोरीवली कोर्ट में पेश किया. जहां अदालत ने ने 25 मार्च तक उसे पुलिस कस्टडी में भेज दिया है.
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