मुंबई: सोशल डिस्टेंसिंग कोरोना से बचाव और इसके फैलाव को रोकने का सबसे बेहतर तरीका माना जाता है. लेकिन वो डॉक्टर क्या करें, जिन्हें कोविड मरीज से मिलना है और उसका इलाज करना है? डॉक्टर कोविड मरीज से रोज मिले भी नहीं और उसका इलाज भी होता रहे, इसके लिए एक खास एप तैयार किया है. मुंबई की आई9 इनोवेट नामक कंपनी ने, इस सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल मुंबई में बीएमसी की तरफ से बनाए गए सभी बड़े कोविड असतालो में किया जा रहा है.


सॉफ्टवेयर की सबसे खास बात ये है कि मरीज की बीमारी से संबंधित सभी जानकारी और रिपोर्ट इस पर हरदम अपडेट रहती है, जिसे डॉक्टर और मरीज और उनके रिश्तेदार आसानी से देख सकते हैं. ये सॉफ्टवेयर डॉक्टर, अस्पताल और मरीज के बीच पारदर्शिता लाने का सबसे बड़ा माध्यम बन गया है. जो पेपरलेस है और सबकुछ ऑनलाइन होता है.


इस सुपर डॉक्टर नामक एप को बनाने वाली कंपनी के फाउंडर अफ़ज़ल शेख के मुताबिक ये सॉफ्टवेयर सिर्फ कोविड अस्पतालों में ही नहीं, अन्य अस्पतालों में भी बेहद कारगर साबित है. मरीज अपने इलाज पर होने वाला ख़र्च, टेस्ट रिपोर्ट, दवाई, सबकुछ इस पर अपडेट कर सकते हैं. जरूरत पड़ने पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये मरीज डॉक्टर से बात भी कर सकते हैं.


मुंबई के बीकेसी में बने देश के सबसे बड़े कोविड अस्पताल के डीन डॉ राजेश डेरे बताते हैं कि सुपर डॉक्टर एप कोविड अस्पताल के लिए बेहद कारगर साबित हुआ है. इसकी वजह से कितना पेपरलेस काम हुआ, कोविड मरीज और डॉक्टर के बीच सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखा जा सका और कोरोना वायरस को बढ़ने से रोका जा सका.


मुंबई के बीकेसी कोविड अस्पताल में एक हज़ार मरीजों के लिए बेड है. मरीजों की ऑनलाइन सुपर डॉक्टर एप के जरिये नज़र रखने के लिए यहां पर एक कंट्रोल रूम भी बनाया गया है, जिसके जरिये कब किस मरीज को दवा देनी है, कब टेस्ट होना है, मरीज की रिपोर्ट क्या है सब कुछ अपडेट होता रहता है, जिसकी खबर एक समय पर अस्पताल, डॉक्टर, मरीज और उसके रिश्तेदारों को मिलती रहती है.


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