कर्मचारियों को मुफ्त वैक्सीन देने की तैयारी में कॉरपोरेट कंपनियां, जानिए इस कदम के पीछे क्या है वजह
संस्था की तरफ से लिए गए इस फैसले पर यहां काम करने वाले कर्मचारियों ने भी खुशी जताई है. कर्मचारियों का कहना है कि कई बार आर्थिक तौर पर इतना बड़ा खर्चा वहन करना उनके लिए मुश्किल होता है.
मुंबई: कोरोना की महामारी के दौर में लंबे समय तक आर्थिक गतिविधियां बंद रहीं. अब धीरे धीरे हालात सुधर रहे हैं. कई देशों में टीकाकरण भी शुरू हो गया है, जिससे स्थिति बेहतर होती दिख रही है. भारत में सबसे पहले स्वास्थ्यकर्मियों का वैक्सिनेशन किया जा रहा है. इस बीच आर्थिक गतिविधियों की रफ्तार बढ़ाने के लिए और अपने कर्मचारियों की रक्षा के लिए देश के कई कारपोरेट घरानों ने अपने खर्चे पर कर्मचारियों को वैक्सीन लगाने की प्लानिंग शुरू कर दी है.
वैक्सीन की कीमतों को लेकर काफी चर्चा हो रही. फिलहाल सरकार स्वास्थ्यकर्मियों को मुफ्त में वैक्सीन लगा रही है. लेकिन आम लोगों को ये कैसे मिलेगी इसको लेकर अभी कुछ साफ नहीं है. इस बीच देश के कॉरपोरेट सेक्टर से एक अच्छी खबर निकल कर सामने आ रही है कि देश की कई कॉरपोरेट कंपनियों ने तय किया है कि वह अपनी लागत पर अपने कर्मचारियों ना केवल कर्मचारियों, बल्कि उनके परिजनों को भी वैक्सीन देगी. देश में बड़े पैमाने पर लोग कॉरपोरेट सेक्टर में काम करते हैं. अपने कर्मचारियों और उनके परिजनों के लिए कॉरपोरेट का यह कदम बेहद सकारात्मक है.
एबीपी न्यूज़ ने फ्री वैक्सीन देने का प्लान बना रही है कंपनी मेंलिटिक्स मुंबई में जाकर जाना और समझा कि आखिर कर्मचारियों और उनके परिजनों को लेकर संस्था की सोच क्या है? संस्था के डायरेक्टर मनीष मिश्रा ने बताया कि आउटसोर्सिंग करने वाली उनकी कंपनी में न्यूयॉर्क पुणे और मुंबई मिलाकर तकरीबन 300 कर्मचारी काम करते हैं और उनके संस्थान ने तय किया है कि कर्मचारी समेत परिवार के कुल 5 लोगों को वैक्सीन संस्था अपने खर्चे पर देगी. अभी वैक्सीन सरकार द्वारा तय किए गए लोगों को ही मिल रही है, जिस दिन से वैक्सीन आम लोगों के लिए बाजार में आएगी, कंपनी खरीद कर कर्मचारियों और उनके परिजनों को वैक्सीन लगाएगी.
एबीपी न्यूज़ ने यह समझने की कोशिश की कि इस लागत को कंपनी कैसे वहन करेगी? जिस पर संस्था के फाउंडर ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान जिस तरीके से काम ठप रहा और ऐसी स्थिति अगर फिर बनती है तो कर्मचारियों के प्रोडक्शन कॉस्ट बढ़ने की संभावना है. उसे देखते हुए बेहतर यही रहेगा कि कुछ खर्चा कर कर्मचारियों और उनके डायरेक्ट कनेक्शन से जुड़े उनके परिजनों को भी वैक्सीन लगवा दी जाए, ताकि उत्पादकता पर असर ना पड़े. साथ ही तमाम कर्मचारी ऐसे भी होते हैं कि पूरे परिवार और उनके वैक्सीनेशन का खर्चा वहन नहीं कर पाएंगे. ऐसे में यह उनके लिए भी मददगार रहेगा.
संस्था की तरफ से लिए गए इस फैसले पर यहां काम करने वाले कर्मचारियों ने भी खुशी जताई है. कर्मचारियों का कहना है कि कई बार आर्थिक तौर पर इतना बड़ा खर्चा वहन करना उनके लिए मुश्किल होता है. उनकी जेब पर भारी पड़ जाएगा ऐसे में अगर उनकी संस्था उनके लिए यह कर रही है, तो यह बेहद अच्छा है और उन्हें इस बात की बेहद खुशी है.
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