Covid Body Bag Scam: जानें क्या है कोविड बॉडी बैग घोटाला, जिसमें मुंबई की पूर्व मेयर किशोरी पेडनेकर के खिलाफ हुआ मामला दर्ज
Covid Center Scam: मुंबई की पूर्व मेयर कोविड के दौरान मृतकों के लिए लाए जाने वाले बॉडी बैग घोटाले में फंस गई हैं. दरअसल, नगर निगम के अधिकारियों पर बॉडी बैग को ऊंची कीमत पर खरीदने के आरोप हैं.
Mumbai News : कोविड बॉडी बैग घोटाले में मुंबई महानगर पालिका की पूर्व मेयर किशोरी पेडनेकर के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. मुंबई पुलिस और प्रवर्तन निदेशालय कोरोना काल में हुए कथित बीएमसी कोविड घोटाला के दौरान मुंबई नगर निगम द्वारा दिए गए ठेके की जांच कर रहे हैं. मुंबई महानगर पालिका की पूर्व मेयर किशोरी पेडनेकर के साथ अतिरिक्त आयुक्त पी वेलारासू और उपायुक्त रमाकांत बिरादार दोनों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है.
एसआईटी द्वारा जहां मुंबई नगर निगम के विभिन्न विभागों के अधिकारियों की जांच की जा रही है, वहीं जांच की तलवार मुंबई महानगर पालिका के वरिष्ठ अधिकारियों पर लटकी हुई है. यह रिपोर्ट सीएजी की जांच के बाद सामने आई है. इस पर ईडी ने छापा मारा. कोरोना काल में बीएमसी के ठेके की जांच के लिए राज्य सरकार ने एसआईटी का गठन किया था. ईडी ने कोविड अस्पताल घोटाला मामले में कुछ को गिरफ्तार भी किया है.
बॉडी बैग में वित्तीय हेराफेरी
कोरोना काल के दौरान मुंबई नगर निगम द्वारा किए गए लेनदेन की गहन जांच चल रही है, वहीं यह खुलासा हुआ है कि कोरोना काल के दौरान खरीदे गए बॉडी बैग में बड़ी वित्तीय हेराफेरी की गई थी और इसी के चलते मामला दर्ज किया गया है. पूर्व मेयर किशोरी पेडनेकर समेत दो वरिष्ठ अधिकारियों के खिलाफ केस दर्ज किया गया .
क्या है कथित बॉडी बैग घोटाला?
कोरोना के दौरान शवों को रखने के लिए खरीदे गए बॉडी बैग बढ़े हुए रेट पर खरीदे गए थे. 1500 से 2000 रुपए तक के बॉडी बैग बीएमसी ने 6800 रुपए में खरीदे. ईडी की जांच में पता चला कि बॉडी बैग खरीद का ठेका पूर्व मेयर किशोरी पेडनेकर के कहने पर दिया गया था. जब पेडनेकर मेयर थीं, तब मुंबई पुलिस ने इस संबंध में पूछताछ की तो बताया गया कि उन्होंने बीएमसी के अधिकारियों पर यह ठेका एक खास कंपनी को देने के लिए दबाव डाला था. हालांकि किशोरी पेडनेकर और ठाकरे ग्रुप के नेताओं ने कहा है कि यह कार्रवाई बदले की भावना से की जा रही है और मेयर के पास इस संबंध में कोई अधिकार नहीं है.
इन सभी मामलों को लेकर गठित एसआईटी ने बीएमसी के केंद्रीय खरीद विभाग के साथ-साथ बीएमसी के मुख्यालय का दौरा भी किया है और बीएमसी अधिकारियों से बात करके मामले और संबंधित लेनदेन की गहन जांच की जा रही है. संभावना जताई जा रही है के जल्द इस मामले में पूर्व मेयर किशोरी पेडनेकर और अतिरिक्त आयुक्त और उपायुक्त को पूछताछ के लिए बुलाया जा सकता है.