अंगड़िया व्यापारियों से पैसे वसूली मामले में मुंबई क्राइम ब्रांच CIU ने एक हज़ार से ज़्यादा पन्नो की चार्जशीट दायर की है. इस चार्जशीट में क़रीब 70 लोगों के बयान को जोड़ा गया है जिसमें कुछ अंगड़िया व्यापारी, और पुलिसकर्मी भी हैं. वहीं इस मामले में IPS अधिकारी सौरभ त्रिपाठी अब भी फ़रार हैं और पुलिस ने अबतक 5 लोगों को गिरफ़्तार किया है.
आपको बता दें की IPS अधिकारी सौरभ त्रिपाठी पर आरोप है कि वो जब ज़ोन-2 के DCP थे तब उन्होंने अंगड़िया व्यापारियों से 10 लाख रुपए हर महीने हप्ता के रूप में देने को कहा था. जिसके बाद अंगड़िया व्यापारियों ने मुंबई पुलिस को इस बात की शिकायत की थी.
महीने के 10 लाख रुपये की मांग- अंगड़िया की शिकायत
सूत्रों के अनुसार, एडिशन्स कमिश्नर (साउथ रीजन) दिलीप सावंत द्वारा की गई प्रारंभिक जांच के दौरान, त्रिपाठी को पूछताछ के लिए बुलाया गया था क्योंकि अंगड़िया ने उनके खिलाफ शिकायत की गई थी कि वह उनसे महीने के 10 लाख रुपये की मांग कर रहे हैं. सावंत के सामने अपना बयान दर्ज कराते हुए त्रिपाठी ने सभी आरोपों से इनकार किया और अपने बचाव में एक ऑडियो रिकॉर्डिंग दी जिसके द्वारा वो यह साबित करना चाहते थे की अंगड़िया के समूह ने उनसे मुलाकात की और कथित तौर पर उनके अधिकार क्षेत्र में आने वाले स्थानीय पुलिस स्टेशनों द्वारा उनके (अंगड़िया के खिलाफ) किसी भी तरह की कार्रवाई ना करने के लिए महीने के हिसाब से रिश्वत की बात की.
क्राइम ब्रांच के सूत्रों ने बताया की इस मामले में जो ऑडियो रिकोर्डिंग त्रिपाठी ने दिए थे वो टेंपर की गई हो सकती है या फिर उसे एक स्क्रिप्ट की तरह बनाया गया है ताकि इसके आधार पर त्रिपाठी अपना बचाव कर सके. इसी वजह से ऐन क्राइम ब्रांच फॉरेंसिक एक्सपर्ट की मदद लेने के बारे में सोच रहे हैं जिससे इस ऑडियो का सच पता लगाया जा सके. वहीं अंगड़िया से जुड़े लोगों ने भी एक ऑडियो क्लिप मुंबई पुलिस को सौंपी है जिसमें आरोप लगाया गया है कि त्रिपाठी अंगड़िया व्यापारियों को प्रभावित करने की कोशिश कर रहे हैं और उन्हें उनकी शिकायत वापस लेने को बोल रहे हैं.
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