Mumbai News: वसूली के आरोपों में फंसे मुंबई पुलिस के पूर्व कमिश्नर परमबीर सिंह की मुसीबत कम होने का नाम नहीं ले रही है. मुंबई क्राइम ब्रांच की यूनिट 11 भी उनके खिलाफ दर्ज एक वसूली के मामले की जांच कर रही है. इसी मामले की जांच के दौरान उन्हें पूछताछ के लिए हाजिर होने के लिए समन भी भेजा गया पर वो नहीं आए और ना ही किसी तरह का उचित जवाब दिया.
इन सबके बाद अब क्राइम ब्रांच ने कोर्ट से उनके खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी करने की मांग की है. क्राइम ब्रांच ने कोर्ट में एप्लिकेशन दायर करते हुए कहा की परमबीर सिंह के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया जाए क्यूंकि उनके खिलाफ दर्ज वसूली के मामले में वो अंट्रेसेबल हैं और समन पर पूछताछ के लिए हाजिर भी नहीं हो रहे हैं. फिलहाल कोर्ट इस एप्लिकेशन पर 29 अक्टूबर को फैसला ले सकती है और और गैर जमानती वारंट भी जारी कर सकती है.
जानें क्या है मामला
आपको बता दें की बिपिन अग्रवाल नाम के एक व्यापारी ने मुंबई के गोरेगांव पुलिस स्टेशन में FIR दर्ज कराई थी, जिसमें उसने परमबीर सिंह समेत एंटीलिया कांड में गिरफ्तार सचिन वाजे और छोटा शकील का गुर्गा रियाज भाटी भी आरोपी हैं. अग्रवाल के मुताबिक वाजे और दूसरे आरोपी से मिलकर परमबीर सिंह मुंबई के बार और रेस्ट्रोरेंट वालों से पैसों की वसूली करते थे और पैसे ना देने पर उनपर कार्रवाई का डर दिखाया जाता था.
अपनी इस FIR में बिपिन ने बताया है की कैसे एंटीलिया कांड और मनसुख हिरण हत्या मामले में गिरफ्तार और सेवा से बर्खास्त किए गए पुलिस अधिकारी सचिन वाजे अपने बॉस परमबीर के कहने पर वसूली का रैकेट चलता था, और रोजाना 2 करोड़ के कलेक्शन का टार्गेट दिया गया था.
वाजे ने होटल को फिर शुरू करने को कहा
बिपिन अग्रवाल ने पुलिस के अपने स्टेटमेंट में बताया की वाजे को वो साल 2000 से पहचानते हैं और जनवरी-फरवरी 2020 में वाजे उनसे मिलने उनके मालाड स्थित ऑफिस में आया था. जहां पर वाजे ने उनसे कहा की मेरे खास बॉस परमबीर सिंह मुंबई के कमिश्नर बनने वाले हैं, और तूम अपने होटल को फिर से शुरू करो. बाक़ी सब मैं देख लूंगा, क्यूंकि अब कलेक्शन का काम मेरे पास आने वाला है.
इसके बाद मैंने अपने दोस्त अनिकेत पाटिल और दूसरे लोगों की मदद से गोरेगांव में BOHO बार एंड रेस्टोरेंट चालू किया, पर 23 मार्च 2020 को लॉकडाउन की वजह से नुकसान हुआ. वाजे के कहने के मुताबिक 31 मार्च 2020 को परमबीर सिंह मुंबई पुलिस के कमिश्नर बन गए, तब वाजे ने कहा की अब परमबीर उसे वापस से पुलिस खाते में लेने वाले हैं, तब मैंने वाजे को BOHO के बारे में बताया, लेकिन इस बात की जानकारी नहीं दी की उस बार में मेरी भी भागीदारी है.
वाजे ने मांगी होटल लाइन के कलेक्शन की जानकारी
जून 2020 में वाजे मुंबई पुलिस के सीआईयू के इंचार्ज बन गए, फिर अगस्त 2020 में मुझसे मिलने मालाड के ऑफिस में आए. वहां वाजे ने कहा कि 'अनिकेत के दोनों ही होटेल में तू पार्टनर है ये बात उसे पता है और अगर तुझे तेरे होटल ठीक से चलाने हैं तो जो कह रहा हूं उसे कर, मुझे होटल लाइन के कलेक्शन की जानकारी चाहिए और सब कुछ करेगा तो तेरे खिलाफ जो EOW में दर्ज दोनों मामलों में परमबीर सिंह को बोलकर खत्म करवा दूंगा.
वाजे की फोन और व्हट्सएप कॉल का रिकॉर्ड
सचिन वाजे के कहने के मुताबिक मैंने संभलकर काम करना शुरू किया और पुलिसवालों के साथ काम करने का बुरा अनुभव होने की वजह से मैंने वाजे का फोन और व्हट्सएप कॉल रिकॉर्ड करना शुरू कर दिया. इसके बाद वाजे कलेक्शन को लेकर कुछ बातें फोन पर तो कुछ बातें मेरी मर्सिडीज में बैठ कर या फिर क्राइम ब्रांच की यूनिट 11 में सुनील माने (उस समय यूनिट-11 के प्रभारी थे) के सामने कहते थे. 31 अगस्त 2021 को वाजे ने मुझे युनिट-11 में बुलाया और कहा की मुझे एक नम्बर का बहुत प्रेशर है. उन्होंने कहा की कोरोना की वजह से मेरा 6 महीने की कमाई का नुक़सान हुआ है, जिसकी भरपाई करने के लिए रोज़ का 2 करोड़ का कलेक्शन करना होगा.
वाजे ने मांगी होटल, बार और बुकी के कलेक्शन की जानकारी
वाजे ने कहा की सीपी साहब ने कहा है की जितने भी बुकी हैं उन्हें मुंबई में काम करने को कहा जाए, और मेरे ऊपर 1 नंबर का बहुत प्रेशर है मुझे होटल, बार, बुकी के कलेक्शन की जानकारी चाहिए नहीं तो तेरा होटेल चलने नहीं दूंगा. एसएस ब्रांच मैं ही चलाता हूं और जब मन चाहे कहीं भी छापेमारी कर सकता हूं.
अग्रवाल ने पुलिस के अपने स्टेट्मेंट में बताया की करोना की वजह से होटल का व्यापार मंदा चल रहा था और लोगों से जबरन पैसे वसूले तो परेशानी हो सकती है. इस वजह से उसने वाजे को बताया की महेश शेट्टि नाम का शख़्स बार से कलेक्शन कर सकता है और बुकी से कलेक्शन करने में नारायण भाई महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर सकता है.
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