ईमानदारी की मिसाल: एक लाख रुपये से भरा बैग ट्रेन में भूला यात्री, सीआरपीएफ ने लौटाया
चर्चगेट पर आरपीएफ ने जो बैग बरामद की थी उसे उसके मालिक को सौंप दिया गया है. बैग मिलने के बाद बैग के मालिक रामासरे ने आरपीएफ को धन्यवाद कहा.
मुंबई: रेलवे के आरपीएफ जवानों ने बहादुरी की एक नई मिसाल पेश की है. चर्चगेट इलाके में तैनात एक आरपीएफ जवान को ट्रेन में पैसों से भरा बैग मिला. बैग मिलने के बाद जवान ने उसे यात्री को लौटा दिया. इस मामले में आरपीएफ का कहना है कि 14 फरवरी को 10 बजकर 13 मिनट पर रेलवे सुरक्षा बल के सुरक्षा हेल्पलाइन नंबर 182 पर ट्रेन में एक लावारिस बैग होने की जानकारी मिली.
सूचना मिलते ही तत्काल कार्रवाई के लिए ड्यूटी पर तैनात एएसआई अरुण कुमार वर्मा ने डब्लूआर एमएसएफ स्टाफ दत्तात्रेय नवघने को चर्चगेट रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर 01 पर आने वाली लोकल 5532 (ए) के कोच के बारे में बताते हुए उसे अटेंड करने को कहा. कोच में रखे संदिग्ध बैग को खोलने पर उसमें से 1 लाख से ज्यादा की रकम, मोबाइल चार्जर, चैकबुक और एक लाइसेंस पाया गया. कुछ घंटों बाद रामासरे शिवनाथ गुप्ता (45) नाम का आदमी चर्चगेट आरपीएफ ऑफिस पहुंचा. ये वही आदमी था जो अपना बैग ट्रेन में भूल गया था.
आरपीएफ निरीक्षक चर्चगेट विनीत कुमार द्वारा औपचारिक पुछताछ करने पर पता चला के यात्री एक समाज सेवी हैं जो कैंसर पीड़ित लोगों के लिए काम करते हैं. रामासरे शिवनाथ अपने कमाई का कुछ हिस्सा जरूरतमंद कैंसर पीड़ित व्यक्तियों को दवाइयां और जरूरी सामान देकर सहायता करते हैं. आज भी वह यही कार्य करने के उद्देश्य से घर से निकले थे. किंतु जल्दबाजी में बैग ट्रेन में ही भूल गए. रामासरे ने कहा कि अगर आज यह बैग नहीं मिलता तो जिस नेक मकसद से वो पैसे लेकर निकले थे वो उसे पूरा नहीं हो पाता.
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