मुंबई: कोरोना संकट के बावजूद सिर्फ दिसंबर के 18 दिनों में बिके करीब 9 हज़ार फ्लैट, कई सालों का रिकॉर्ड टूटा
रियल इस्टेट क्षेत्र में आई इस रौनक पर जानकारों ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. जानकारों का कहना है कि इस उछाल की मुख्य वजह स्टंप ड्यूटी में छूट और होम लोन में ब्याज की कमी है. इसी वजह से खरीददारों में उत्साह बढ़ा है.
मुंबई: कोरोना संकट के दौरान ज्यादातर सेक्टर में मंदी का माहौल देखने को मिल रहा है लेकिन मुंबई के रियल इस्टेट सेक्टर में जैसे बहार आ गई हो. लोगों ने इस तरह से घरों की खरीददारी की है कि कई सालों का रिकॉर्ड टूट गया है. डिपार्टमेंट ऑफ स्टंप एंड रेजिस्ट्रेशन के आकड़ों के मुताबिक, अभी दिसंबर का महीना पूरा नहीं हुआ, आधे महीने में ही रिकॉर्ड तोड़ करीब 9 हज़ार घरो की बिक्री हुई है जिसकी वजह से मुम्बई के रियल इस्टेट सेक्टर में बहार आ गई है.
रियल इस्टेट के जानकारों के मुताबिक, इस सेक्टर का धंधा पहले से ही मंदा चल रहा था लेकिन साल 2020 की शुरुआत से कोरोना संकट ने इस सेक्टर को बेदम कर दिया था. उम्मीद जताई जा रही थी कि इसे उबरने में कई साल लग जाएंगे लेकिन इसके उल्टा हुआ. नवंबर-दिसंबर महीने से घर के ग्राहक जिस तरह दिलचस्पी दिखा रहे हैं उससे रियल इस्टेट के कारोबार को भारी राहत मिली है.
रियल इस्टेट क्षेत्र में घरों की बिक्री करने वाले जानकार बताते है कि इस रौनक की सबसे बड़ी वजह स्टंप ड्यूटी में छूट और होम लोन की ब्याज में कमी है. रियल स्टेट के जानकारों की मानें तो होम लोन के रेट कम करने और स्टंप ड्यूटी में छूट मिलने की वजह से ग्राहकों ने घर खरीदने की ज्यादा हिम्मत जुटाई है. स्टंप ड्यूटी के लिए पहले जो रेट 5 फीसदी था महाराष्ट्र सरकार ने घटाकर उसे 2 फीसदी कर दिया है यानी 3 फीसदी की सीधे कम हुआ. इस वक़्त होम लोन की ब्याज दर जितनी कम देखने को मिल रही है शायद ही कभी ऐसा हुआ हो.
इन दोनों फायदे के अलावा जानकर बताते है कि अगर ग्राहक घर खरीदने के लिए बिल्डर के पास जाता है और वो मोलभाव करता है तो बिल्डर सही ग्राहक को काफी छूट भी दे रहे हैं. जाहिर है ग्राहक को इतना फायदा होगा तो वो मौके का फायदा जरूर उठायेगा.
मुंबई में घर खरीदने की चाहत रखने वाले खरीददार जयशंकर से एबीपी न्यूज़ की मुलाकात हुई. वह मुंबई में अपने सपनों का घर खरीदना चाहते थे. उन्होंने को रोना संकट से पहले ही प्लानिंग की थी लेकिन सब कुछ बंद हो जाने के बाद वह घर नहीं खरीद सके. लेकिन जैसे ही लॉकडाउन खत्म हुआ और घरों की बिक्री शुरू हुई, अब उन्होंने घर खरीदा है. उन्हें फायदा भी हुआ.
यही वजह है मुंबई में खड़ी बहुमंजिला इमारतें जिन्हें सालो से ग्राहको ग्राहकों का इंतजार था वह धड़ाधड़ बिकती जा रही हैं. जानकारों के मुताबिक ग्राहक को इसी तरह से अगर फायदा मिलता रहा तो वह ऐसे ही घरों की खरीदारी करते रहेंगे. लेकिन बिल्डर अगर मौके का फायदा उठाते हुए घरों के रेट बढ़ाने की कोशिश करेंगे तो उनके ग्राहक फिर से भाग सकते हैं और मुंबई के रियल स्टेट में जो रौनक दिख रही है वह फिर कम हो जाएगी.
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